बुधवार को नेहरू मेमोरियल का औपचारिक नाम बदला गया। अब सरकार ने नेहरू मेमोरियल का नाम पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (PMML) कर दिया है। पूर्व आईएएस नृपेंद्र मिश्रा को PMML की कार्यकारी परिषद का अध्यक्ष बनाया गया है। वहीं अब नाम बदलने को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की प्रतिक्रिया सामने आई है।
नेहरू जी की पहचान उनके कर्म: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने को लेकर कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू जी की पहचान उनके कर्म हैं, उनके नाम नहीं। बता दें कि जून के महीने में ही नेहरू मेमोरियल के नए नाम का औपचारिक ऐलान कर दिया गया था। जबकि 15 अगस्त को इसे ऑफिशियली बदल दिया गया।
बता दें कि स्वतंत्रता दिवस के मौके पर तीन मूर्ति परिसर में स्थित नेहरू मेमोरियल म्यूजियम का नाम बदलकर पीएम म्यूज़ियम एंड लाइब्रेरी किया गया। 15 जून 2023 को राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में बैठक हुई थी और नाम बदलने का औपचारिक ऐलान किया गया था। 14 अगस्त की रात इसका नोटिफिकेशन जारी किया गया।
नई दिल्ली स्थिति तीन मूर्ति भवन भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का आधिकारिक आवास हुआ करता था। बाद में इस परिसर को संग्रहालय में बदल दिया गया और नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी की स्थापना की गई।
साल 2022 में प्रधानमंत्रियों को समर्पित पीएम संग्रहालय बनकर तैयार हुआ था। इसके बाद अप्रैल 2022 में इसे जनता के लिए खोला गया। सभी प्रधानमंत्रियों का संग्रहालय होने की वजह से कार्यकारी परिषद ने महसूस किया था कि इसका नाम में वर्तमान स्वरूप की झलक दिखनी चाहिए।
जून में नाम बदलने की प्रक्रिया शुरू हुई थी
बता दें कि जब जून में इस मेमोरिलय के नाम को बदलने की प्रक्रिया शुरू हुई थी, तब कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा था। इस फैसले के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा था कि संकीर्णता और प्रतिशोध का दूसरा नाम मोदी है। 59 वर्षों से अधिक समय से नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय एक वैश्विक बौद्धिक ऐतिहासिक स्थल और पुस्तकों एवं अभिलेखों का खजाना घर रहा है।
