प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लोकसभा में बजट सत्र के दौरान हुए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर अपना संबोधन दिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों को आड़े हाथों लिया और परिवारवाद को लेकर बीजेपी की स्थिति तक साफ की। इसके अलावा विपक्ष के ओबीसी नेरेटिव पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि वह सबसे बड़े ओबीसी हैं। पीएम के इस बयान को लेकर अब कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की प्रतिक्रिया आई है।

पीएम मोदी के संबोधन को लेकर राहुल गांधी ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट में लिखा, “प्रधानमंत्री इस बीच अक्सर कह रहे थे देश में सिर्फ दो जातियां हैं – अमीर और गरीब, मगर आज संसद में उन्होंने खुद को ‘सबसे बड़ा OBC’ बताया। किसी को छोटा और किसी को बड़ा समझने की इस मानसिकता को बदलना ज़रूरी है।”

राहुल गांधी ने अपने पोस्ट में जातिगत जनगणना को लेकर बड़ा बयान दिया और कहा कि OBC हों, दलित हों या आदिवासी, बिना गिनती के उन्हें आर्थिक और सामाजिक न्याय नहीं दिलाया जा सकता। मोदी जी इधर-उधर की इतनी बातें करते हैं, तो गिनती से क्यों डरते हैं? बता दें कि लंबे वक्त से राहुल गांधी जातिगत जनगणना की मांग कर रहे हैं।

राहुल गांधी ओबीसी आरक्षण को विस्तार देने की भी मागं कर चुके हैं। इसके इतर आज पीएम मोदी ने परिवारवाद को लेकर धुआंधार भाषण दिया और कांग्रेस पर सबसे लचर विपक्ष होने का आरोप भी लगाया है। पीएम मोदी ने एक बार नहीं कई मौकों पर अपने भाषण के दौरान कांग्रेस पर निशाना साधा।

पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस की जो मानसिकता है, उससे देश को नुकसान हुआ है। इस पार्टी ने कभी भी देश के सामार्थ्य पर विश्वास नहीं किया, बस जनता को छोटा आकने का काम किया गया। नेहरू मानते थे कि भारतीय कम अक्ल वाले, वो यूरोप और जापान जैसे देशों को आगे रखते थे।

पीएम मोदी ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना कहा कि कांग्रेस को एक अच्छा विपक्ष बनने का बहुत बड़ा अवसर मिला और 10 साल कम नहीं होते। लेकिन 10 साल में उस दायित्व को निभाने में भी वे पूरी तरह विफल रहे। जब वे खुद विफल हो गए तो विपक्ष में और भी होनहार लोग हैं उन्हें भी उभरने नहीं दिया..एक ही प्रोडक्ट बार-बार लॉन्च करने के चक्कर में कांग्रेस की दुकान पर ताला लगाने की नौबत आ गई है।