झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के प्रवक्ता मनोज पांडे ने कहा कि राहुल और प्रियंका गांधी दोनों प्रधानमंत्री पद संभालने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि नेतृत्व से संबंधित फैसला कांग्रेस का आंतरिक मामला है।
मनोज पांडे ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत के दौरान कहा कि प्रियंका गांधी एक समझदार नेता हैं, उनमें राजनीति के लिए आवश्यक सभी गुण हैं। राहुल गांधी और प्रियंका गांधी दोनों ही प्रधानमंत्री पद के योग्य हैं।
भाजपा प्रवक्ता ने किया था कांग्रेस में आंतरिक कलह का दावा
भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने दरअसल, मंगलवार को कांग्रेस में आंतरिक कलह का दावा किया और पार्टी के एक नेता की टिप्पणी का हवाला दिया। उन्होंने कहा, “लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी जनता और पार्टी सदस्यों का समर्थन खो चुके हैं। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने साफ तौर पर कहा है कि उन्हें अब राहुल गांधी पर भरोसा नहीं रहा। ‘राहुल हटाओ प्रियंका गांधी लाओ’। अब वे प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री बनाने की दिशा में काम करना चाहते हैं। रॉबर्ट वाड्रा ने खुद इसका समर्थन किया है।”
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पूनावाला ने कहा, “इसका मतलब है कि राहुल गांधी ने न सिर्फ जनता का समर्थन खोया है बल्कि उनके सहयोगियों ने भी उन्हें नकार दिया है और अब जनपथ में भी समस्या खड़ी होती दिख रही है। राहुल गांधी के पास न तो जनमत है, न संगत और न ही जनपथ का समर्थन।” इमरान मसूद ने बाद में अपने बयान पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि राहुल गांधी न केवल कांग्रेस के नेता हैं बल्कि प्रियंका गांधी के भी नेता हैं।
कांग्रेस का अरावली को लेकर आरोप
वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने केंद्रीय पर्यावरण मंत्रालय द्वारा अरावली क्षेत्र में खनन के नए पट्टे देने पर रोक संबंधी निर्देश जारी किए जाने के बाद बुधवार को आरोप लगाया कि यह ‘डैमेज कंट्रोल’ का फर्जी प्रयास है। पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह भी आरोप लगाया कि अरावली पहाड़ों को बचाया नहीं, बेचा जा रहा है। जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया, “यह डैमेज कंट्रोल का एक फर्जी प्रयास है जो किसी को भी मूर्ख नहीं बना पाएगा।”
