कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Congress leader Rahul Gandhi) अमेरिका के तीन शहरों के दौरे पर हैं। इस दौरान उन्होंने रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia-Ukraine conflict) पर भाजपा के नेतृत्व वाले केंद्र सरकार के रुख का समर्थन किया। वाशिंगटन में नेशनल प्रेस क्लब में पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘रूस के साथ हमारे संबंध हैं। रूस के साथ हमारे संबंध रहे हैं। हम उन पर कुछ निर्भर हैं। इसलिए मैं भारत सरकार के समान ही रुख रखूंगा। अंत में हमें भी अपने हितों के बारे में सोचना होगा।’

रूस के साथ हमारे संबंध पुराने: राहुल गांधी

फरवरी 2022 से चल रहे यूक्रेन के साथ युद्ध के मद्देनजर कांग्रेस रूस के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों का आकलन कैसे करेगी? इस सवाल का जवाब देते हुए राहुल गांधी ने यह टिप्पणी की। राहुल गांधी ने इस बात पर भी जोर दिया कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा, “रक्षा संबंध होना महत्वपूर्ण है। लेकिन मुझे लगता है कि हमें अन्य क्षेत्रों (सहयोग के) पर भी विचार करने की जरूरत है।”

2024 का चुनाव सरप्राइज करेगा

राहुल गांधी ने विपक्षी एकता पर भी बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि एक अंडर करंट है जो 2024 के आगामी लोकसभा चुनावों में लोगों को आश्चर्यचकित करेगी। उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि कांग्रेस पार्टी अगले दो वर्षों में बहुत अच्छा करेगी।”

राहुल गांधी ने हाल ही में कर्नाटक राज्य के चुनावों के नतीजों की ओर इशारा किया, जहां कांग्रेस ने 224 सीटों में 137 सीटों पर भारी बहुमत हासिल किया था। उन्होंने कहा, “इंतजार करें और अगले तीन या चार राज्यों के चुनाव देखें। जो होने जा रहा है उसका एक बेहतर संकेत है। कांग्रेस लगातार विपक्षी दलों के साथ बातचीत कर रही है और इस संबंध में काफी अच्छा काम हो रहा है।

बातचीत के दौरान राहुल गांधी ने भारत में प्रेस और धार्मिक स्वतंत्रता, अल्पसंख्यकों के सामने आने वाले मुद्दों और अर्थव्यवस्था की स्थिति सहित कई सवालों के जवाब दिए। जब राहुल गांधी से पूछा गया कि कांग्रेस सत्ता में आने पर भारत में अल्पसंख्यकों के अधिकारों को सुनिश्चित करने के लिए क्या करेगी, तो उन्होंने कहा, “भारत में पहले से ही एक बहुत मजबूत व्यवस्था है, लेकिन वह प्रणाली कमजोर हो गई है। आपके पास संस्थानों का एक स्वतंत्र समूह होना चाहिए जो दबाव और नियंत्रित न हो। यह भारत में आदर्श रहा है। यह एक दुर्भाग्य है जो भारत में हो रहा है। यदि आप कहते हैं कि अगर कांग्रेस सत्ता में आई तो उन्हें जल्दी से जल्दी बहाल किया जा सकता है।”