भूमि अध्यादेश को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर हमले के लिए राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए भाजपा ने कहा कि उन्हें ‘होमवर्क’ करना चाहिए और ‘बेबुनियाद’ हमले नहीं करना चाहिए क्योंकि कांग्रेस ने अपने ‘गरीबी हटाओ’ नारे के जरिये गरीबों के साथ ‘मजाक’ किया था।

भाजपा ने राहुल से कांग्रेस शासित उत्तराखंड में ‘शवों को लेकर धन की राजनीति’ के बारे में स्पष्टीकरण देने को कहा। पार्टी ने यह स्पष्टीकरण इन आरोपों के संदर्भ में मांगा कि वर्ष 2013 में पहाड़ी राज्य में आई प्राकृतिक आपदा के पीड़ितों को दिए जाने वाले धन में कथित हेराफेरी की गई।

केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा ‘‘राहुल को पहले उत्तराखंड सरकार के भ्रष्टाचार का हिसाब देना चाहिए। हम उनके बयान की निंदा करते हैं। मोदी सरकार किसानों के हितों के लिए काम कर रही है और ग्रामीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है।’’

उन्होंने कहा ‘‘राहुल कोई होमवर्क नहीं करते और बेबुनियाद आरोप लगाना उनकी राजनीति का हिस्सा बन गया है। भूमि विधेयक पर उनके आरोप गुमराह करने वाले और झूठे हैं। मैं इसकी निंदा करता हूं।’’

भूमि अध्यादेश फिर से जारी करने की केंद्रीय मंत्रिमंडल की सिफारिश का बचाव करते हुए प्रसाद ने कहा कि यह किसानों के हितों की रक्षा के लिए किया जा रहा है। उन्होंने कहा ‘‘अगर संसद के संयुक्त सत्र का इंतजार करने के कारण अध्यादेश की अवधि न बढ़ाई जाती तो किसानों को राजमार्गों के मामले में और यहां तक कि प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के मामले में चार गुना अधिक मुआवजा नहीं मिलता।’’

देश में 58 साल से अधिक समय तक शासन करने के बावजूद गरीबी न दूर करने के लिए कांग्रेस की आलोचना करते हुए प्रसाद ने कहा कि राहुल और सोनिया गांधी की पार्टी ने अपने ‘‘गरीबी हटाओ’’ नारे के जरिये ‘मजाक’ किया था। उन्होंने सवाल किया ‘‘भारत गरीब ही रहा। किसानों की हालत बद से बदतर हो गई। और आज वे किसानों के हितों की बात करते हैं।’’

प्रसाद ने कहा कि होमवर्क किए बिना आरोप लगा देना सही नहीं है। उन्होंने मांग की कि उत्तराखंड में जो कुछ हुआ, राहुल को पहले उसके बारे में बताना चाहिए। उन्होंने कहा ‘‘प्राकृतिक आपदा के समय, केदारनाथ में क्या हुआ, मीडिया की खबरों के अनुसार, उत्तराखंड में यहां तक कि शवों पर धन की राजनीति हो रही है।’’

उन्होंने कहा कि यह निंदनीय है और राहुल गांधी की चुप्पी बहुत कुछ कह रही है। ‘‘मैं सिर्फ यह कहूंगा कि राहुल गांधी, कृपया कुछ होमवर्क करें और बेबुनियाद आरोप लगाना बंद करें।’’