Rahul Gandhi on Demonetisation Anniversary: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने नोटबंदी के आठ साल पूरे होने पर मोदी सरकार पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने नोटबंदी पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि नोटबंदी के आठ साल बाद भी भारत में नकदी का इस्तेमाल अभी भी ज्यादा है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘एक्सपर्ट्स का मानना है कि नोटबंदी से सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) और अनौपचारिक क्षेत्र पर गहरा असर पड़ा है। इसकी वजह से बाजार में कई बड़े व्यवसायों और एकाधिकार की स्थिति पैदा हुई, जिसने छोटे उद्योगों को नुकसान पहुंचाया है।’

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने आगे लिखा, ‘देश में गलत नीतियों के कारण व्यापार जगत के लिए डर का माहौल बना हुआ है। एक नए सौदे की जरूरत है जो निष्पक्षता और स्वतंत्रता को बढ़ावा दे ताकि पूरे देश में निष्पक्ष व्यापार की ऊर्जा को अनलॉक किया जा सके।’

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राहुल गांधी ने शेयर किया चार्ट

राहुल गांधी ने एक चार्ट भी शेयर किया है। वह दिखाता है कि कैसे जनता के पास नकदी 2013-14 में जीडीपी के 11 प्रतिशत से घटकर 2016-17 में 8 प्रतिशत हो गई और अब 2020-21 में जीडीपी के 14 प्रतिशत तक बढ़ गई है। चार्ट में दिखाया गया है कि 2022-23 में जनता के पास नकदी अब जीडीपी का 12 प्रतिशत है।

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अखिलेश यादव ने भी बोला हमला

केवल राहुल गांधी ने ही नहीं बल्कि अखिलेश यादव ने भी बीजेपी सरकार पर हमला बोला है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘भारतीय अर्थव्यवस्था के इतिहास में नोटबंदी के नाम पर एक पूरे-का-पूरा अध्याय सिर्फ़ काले रंग से ही छापा जाएगा। आज नोटबंदी की 8वीं सालगिरह के ठीक एक दिन पहले ही, कल रुपया डॉलर के मुक़ाबले सबसे कमज़ोर स्थिति में आ गया।

जनता पूछ रही है क्या ये नोटबंदी की नाकामयाबी की वजह से हुआ या भाजपा की नकारात्मक नीतियों की वजह से। अब क्या भाजपाई फिर ये कहेंगे कि देश के इतिहास में रुपया डॉलर के मुक़ाबले सबसे निचले स्तर पर पहुंचकर ‘रिकार्डतोड़’ नहीं गिरा है बल्कि डॉलर ऊपर उठा है। भाजपा ने अर्थव्यवस्था को अनर्थव्यवस्था बना दिया है। रुपया कहे आज का, नहीं चाहिए भाजपा।’