Shirdi Constituency Fake Voters Rahul Gandhi: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के एक हालिया बयान को लेकर देश के टीवी चैनलों और सोशल मीडिया पर काफी बहस हुई थी। राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान बीते साल के अंत में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजों पर सवाल उठाया था।
इसके बाद एक नया सवाल यह खड़ा हुआ कि राहुल गांधी ने जो बात कही, उसमें क्या कोई सच्चाई है, इससे पहले जानते हैं कि राहुल गांधी ने कहा क्या था?
70 लाख वोटर बढ़ गए
राहुल गांधी ने संसद में कहा था कि लोकसभा चुनाव 2024 के 5 महीने बाद हुए विधानसभा चुनाव में महाराष्ट्र में 70 लाख वोटर बढ़ गए थे। इसके बाद गांधी ने शिरडी विधानसभा क्षेत्र का उदाहरण दिया था। उन्होंने कहा था कि शिरडी में एक ही बिल्डिंग में 7000 से ज्यादा वोटर्स का रजिस्ट्रेशन किया गया था। राहुल गांधी ने कहा था कि दिलचस्प बात यह है कि यह सभी वोटर्स उन विधानसभा सीटों पर बढ़े हैं, जहां बीजेपी जीती है।
इस मामले में द इंडियन एक्सप्रेस ने शिरडी जिले के अफसरों से बात की है। अफसरों ने बताया कि वास्तव में यह संख्या 3 हजार के आसपास थी और इसमें लोनी कस्बे में एक एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के हॉस्टल्स में रहने वाले छात्र भी शामिल थे। यह एजुकेशनल इंस्टीट्यूट शिरडी सीट के अंदर ही आता है। इन छात्रों के फॉर्म में, इस एजुकेशनल इंस्टीट्यूट का एड्रेस है और इसलिए सभी छात्रों का एक ही एड्रेस है।
क्या कहा जिला कलेक्टर ने?
अहिल्या नगर के जिला कलेक्टर सिद्धराम सलीमथ ने बताया कि जब हमें पहली बार इस मामले में एक राजनीतिक दल से शिकायत मिली तो हमने चुनाव आयोग को हकीकत से रूबरू कराया। इस केंद्र में 3000 वोटर बढ़े हैं, लोनी इलाके में कई एजुकेशनल इंस्टीट्यूट हैं और नए बने वोटर इन एजुकेशनल इंस्टीट्यूट में से एक के स्टूडेंट हैं।
जिला कलेक्टर ने बताया कि 18 साल से ऊपर की उम्र का कोई भी शख्स अपने दस्तावेजों के साथ यह चुन सकता है कि उसे किस इलाके से वोट देना है और चूंकि स्टूडेंट्स हॉस्टल में रहते हैं इसलिए रेजीडेंस के प्रूफ के तौर पर उनसे कॉलेज के एडमिशन पेपर का प्रूफ लिया जा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि वोटर लिस्ट के प्रकाशित होने से पहले राजनीतिक दलों से कहा गया था कि अगर उनके कोई सुझाव हैं या कोई आपत्ति है तो वह उसे बता सकते हैं। हमने इस बात की भी जांच की थी कि कहीं मतदाताओं के नाम दो बार तो नहीं हैं लेकिन ऐसा नहीं था।
महाराष्ट्र में पिछले साल नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव में शिरडी सीट से बीजेपी के उम्मीदवार राधा कृष्ण विखे पाटिल ने कांग्रेस की उम्मीदवार प्रभावती घोगरे को चुनाव हराया था। पाटिल महाराष्ट्र की सरकार में सिंचाई मंत्री हैं।
मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर मतदाताओं के पहचान पत्र की जांच कर रही पुलिस- अखिलेश यादव
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद भी उठाया था सवाल
कांग्रेस की महाराष्ट्र इकाई ने विधानसभा चुनाव के नतीजे घोषित होने के 6 दिन बाद भी सवाल उठाया था। पार्टी ने चुनाव आयोग को पत्र लिखा था और आयोग के अफसरों से मुलाकात की थी। इसमें कांग्रेस की ओर से कहा गया था कि लोकसभा चुनाव के बाद से महाराष्ट्र में 13% वोटर बढ़े हैं और यह बहुत ज्यादा है। कांग्रेस ने चुनाव आयोग से कहा था कि वह वोटर लिस्ट में जोड़े गए 39 लाख मतदाताओं का के बारे में जानकारी दे।
चुनाव आयोग ने दिया था जवाब
चुनाव आयोग ने पिछले साल दिसंबर में कहा था कि 48,81,620 मतदाताओं को वोटर लिस्ट में जोड़ा गया है और 8,00,391 को हटाया गया है और इससे साफ है कि दोनों चुनावों के बीच कुल 40,81,229 मतदाता जुड़े हैं। चुनाव आयोग ने कहा था कि 18-19 साल की उम्र वर्ग के 8,72,094 मतदाता और 20-29 उम्र वर्ग के 17,74,514 मतदाता वोटर लिस्ट में जोड़े गए हैं।
चुनाव आयोग ने कहा था कि इस तरह पांच महीने के दौरान कुल 40,81,229 मतदाताओं में से 18-29 उम्र वर्ग के 26,46,608 युवा मतदाता वोटर लिस्ट में जुड़े थे और महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्य में इतने बड़ी संख्या में मतदाताओं का जुड़ना असामान्य नहीं है।
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