पुराने दिग्गज कांग्रेसी गांधी परिवार के खिलाफ लगातार मुखर हो रहे हैं। कुछ नेता जी 23 के बैनर तले अपनी आवाज बुलंद कर रहे हैं तो कुछ गाहे बगाहे नेतृत्व की आलोचना करते रहते हैं। विरोध करने वालों की ताजा फेहरिस्त में केरल के दिग्गज पीके कुरियन शामिल हो गए हैं। उन्होंने केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी की नेतृत्व क्षमता पर सवाल उठाया है।

एक मलयाालम पत्रिका से बातचीत में कुरियन ने कहा कि गांधी परिवार के बाहर किसी व्यक्ति को पार्टी की कमान मिलनी चाहिए। उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी की क्षमताओं पर भी सवालिया निशान लगाए। कुरियन ने कहा कि जहाज का कैप्टन परेशानी के समय उसे बेसहारा नहीं छोड़ता। लेकिन राहुल ने 2019 चुनाव के बाद ऐसे वक्त कांग्रेस प्रमुख के पद से इस्तीफा दिया। जब पार्टी को उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी।

कुरियन ने कहा कि लेकिन इसके बाद भी राहुल पार्टी के अहम फैसले ले रहे हैं। उनका आरोप है कि राहुल गांधी चाटुकारों से घिरे हुए हैं, जिनके पास राजनीति का अनुभव बेहद कम है। उनका यहां तक कहना है कि राहुल गांधी एक ऐसे नेता हैं, जो स्थिर नहीं है। उन्हें और जिम्मेदारियां नहीं दी जा सकती। राहुल कई फैसले अपने करीबी नेताओं से सलाह के बाद लेते हैं। पार्टी इस तरह से आगे नहीं जा सकती। हालांकि उनका कहना था कि चुनाव का सामना करके गांधी परिवार का कोई सदस्य कांग्रेस अध्यक्ष बन जाता है तो इसमें किसी को आपत्ति नहीं।

कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ जी 23 के नेता पहले से ही मुखर हैं। बीते कई विधानसभा चुनाव हारने के बाद कांग्रेस में संकट और गहरा गया है। हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था। पार्टी ने पंजाब में आप के हाथों सरकार गंवा दी थी।

उधर, दूसरी तरफ गांधी परिवार अपने हाथ मजबूत करने के लिए चुनाव रणनीतिकार पीके की भी सहायता ले रहा है। लेकिन प्रशांत किशोर की सोनिया गांधी के साथ हुई बैठक से कांग्रेस पार्टी के नेताओं के एक धड़े में हलचल मचनी शुरू हो गई है। माना जा रहा है कि जिस तरीके से प्रशांत किशोर ने 2024 चुनाव को लेकर अपना पूरा प्लान सोनिया गांधी को सौंपा है उससे कयास लगाए जा रहे हैं कि जल्द ही वो कांग्रेस का हिस्सा होंगे। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि कांग्रेस के उम्रदराज नेता क्या पीके की एंट्री के लिए सहमत होंगे। कुरियन का बयान ऐसे समय पर ये ही सवाल उठा रहा है।