शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान मशहूर कारोबारी राहुल बजाज ने केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह के सामने केन्द्र सरकार की आलोचना की थी और देश के कारोबारियों में घटते विश्वास को लेकर अपनी चिंता जाहिर की थी। उसके एक दिन बाद ही कई मंत्री सरकार के बचाव में उतर गए हैं और उन्होंने दावा किया कि यह सरकार के खिलाफ एक ‘फर्जी धारणा बनाने की कोशिश’ है। पीयूष गोयल ने ट्वीट कर कहा कि ‘किसी डर से डरने की जरुरत नहीं है।’ वहीं हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट कर लिखा कि ‘अपने आप को व्यक्त करना, यही तो लोकतंत्र है।’
बता दें कि मुंबई में द इकोनोमिक टाइम्स द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में केन्द्रीय मंत्रियों अमित शाह, पीयूष गोयल और निर्मला सीतारमण की मौजूदगी में कारोबारी राहुल बजाज ने, देश में भीड़ हत्या की घटनाओं, भोपाल से सांसद प्रज्ञा ठाकुर के बीते हफ्ते संसद में नाथूराम गोडसे की तारीफ करने पर चिंता जाहिर की थी।
राहुल बजाज ने अमित शाह के सामने कहा था कि “मेरे कारोबारी दोस्तों में कोई नहीं बोलेगा, लेकिन मैं खुलेआम बोलता हूं…ऐसा वातावरण बनाया जाना चाहिए..जब यूपीए-2 सरकार सत्ता में थी, हम किसी की भी आलोचना कर सकते थे…आप अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन इसके बावजूद हमें विश्वास नहीं है कि यदि हम आपकी खुलेआम आलोचना करें तो आप हमें प्रोत्साहित करोगे।”
राहुल बजाज की इस आलोचना पर सोशल मीडिया पर भी खूब बातें की जा रही हैं। जिसके बाद रविवार शाम में केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सरकार का बचाव करते हुए ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि “सवाल/ आलोचनाएं सुनी जा रही हैं और उनके जवाब भी दिए जा रहे हैं। अपनी धारणा औरों के बीच फैलाने से जवाब मांगना हमेशा बेहतर होता है, क्योंकि इससे राष्ट्रहित प्रभावित हो सकते हैं।”
केन्द्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने भी ट्वीट कर लिखा कि ‘दुनिया में ऐसे भी समाज हैं, जो डर से चलाए जाते हैं, लेकिन ऐसे समाजों में जहां नागरिकों द्वारा गलत धारणाएं बनायी जाती हैं, उन्हें डर से संचालित नहीं कहा जा सकता। ऐसे समाज में अनुशासनहीनता की काफी मात्रा होती है।’ एक अन्य ट्वीट में उन्होंने लिखा कि “राहुल बजाज खड़े होकर अमित शाह के सामने अपने आप को खुलकर व्यक्त कर सकते हैं, इसका साफ मतलब है कि अभिव्यक्ति की आजादी और लोकतांत्रिक मूल्य भारत में जिंदा हैं और खूब फल-फूल रहे हैं। यही तो लोकतंत्र हैं।”
वहीं भाजपा की आईटी सेल ने भी राहुल बजाज पर निशाना साधा है। सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें राहुल बजाज को कांग्रेस के करीबी दिखाने की कोशिश की जा रही है। बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी एक वीडियो को टैग करते हुए ट्वीट किया कि “राहुल बजाज ने कहा था कि ‘मेरे लिए किसी की भी तारीफ करना मुश्किल है।’ बेशक यदि वो राहुल गांधी हों। अपनी राजनैतिक संबद्धता को खुलकर प्रदर्शित करें और किसी के पीछे छिपकर ऐसी बातें ना करें कि डर का माहौल है।”