संसद में जारी शीतकालीन सत्र में बुधवार को मोदी सरकार पर राफेल विमान को लेकर राहुल गांधी ने हमला किया। संसद में राहुल गांधी राफेल पर एक ऑडियो क्लिप सुनाना चाह रहे थे लेकिन लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने उन्हें ऐसा करनी की अनुमतिन नहीं दी। इसके बाद राहुल गांधी ने शाम को प्रेस कांफ्रेंस कर ऑडियो क्लिप सुनाई। इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि, पीएम मोदी सिर्फ 20 मिनट उनसे बहस करें। इसके साथ ही राहुल गांधी ने कहा कि, वित्तमंत्री अरुण जेटली को झूठ बोलने की आदत है।

प्रेस कांफ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा, अरुण जेटली की आदत है कि एक के बाद एक, एक के बाद एक झूठी बातें करते रहते हैं। इसके साथ ही राहुल गांधी ने सरकार से चार सवाल भी पूछे। राहुल ने पहला सवाल दागा कि, क्या डिफेंस मिनिस्ट्री ने नए कॉनट्रैक्ट के बारे में कोई ऑब्जेक्शन दी? राहुल ने दूसरा सवाल पूछा, जो हवाई जहाज का दाम 526 से 16 सौ करोड़ तक बढ़ा है, वह किसका डिसीजन था, क्या वह पीएम मोदी का था या फिर वह इंडियन एयर फोर्स का डिसीजन था? कांग्रेस अध्यक्ष ने तीसरा सवाल दागा कि, अनिल अंबानी के पास हवाई जहाज बनाने का कोई अनुभव नहीं, जबकि एचएएल 70 साल से बना रही है, तो एचएएल को परे करने का फैसला किसका था? राहुल ने पूछा कि, ओलांद ने जो मोदी और उनकी मीटिंग के बारे में बोला कि नरेंद्र मोदी ने बताया कि एचएएल को परे करना है और अनिल अंबनी का कॉन्ट्रेक्ट देना है। क्या ओलांद झूठ बोल रहे थे? या उन्होंने सच बोला?

इसके अलावा राहुल गांधी ने एक बार फिर पीएम मोदी को बहस की चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के अंदर हिम्मत है तो मुझसे राफेल पर 20 मिनट बहस कर लें। राहुल ने कहा कि यहां तक कि पीएम मोदी प्रेस के सामने भी नहीं बैठ सकते।