शुक्रवार को संसद में राफेल डील पर जमकर हंगामा हुआ। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार को राफेल डील पर घेरने की कोशिश की, वहीं केन्द्रीय रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी लोकसभा में राफेल डील पर विपक्ष के सवालों का बखूबी जवाब दिया। संसद में इस हंगामे के दौरान कई नेताओं ने राफेल डील पर अपनी-अपनी बात रखी। चर्चा के दौरान भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर भी बोले और इस दौरान उन्होंने करीब सात मिनट के अपने भाषण में कांग्रेस के शासनकाल में हुए दर्जनभर घोटालों के नाम गिनाकर कांग्रेस को करारा जवाब दिया। अपनी बात शुरु करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि आजादी के बाद पहला घोटाला, जीप खरीद का था, जो कि इनकी पार्टी के समय में किया गया।
ठाकुर ने कहा कि इस पार्टी के लिए देश की रक्षा सुरक्षा जरुरी नहीं थी, बल्कि रक्षा सौदों से पार्टी की पॉलिटकली फंडिंग कैसे हो, इसकी शुरुआत इस पार्टी ने की थी। भाजपा सांसद ने कहा कि कांग्रेस के समय में कोई डिफेंस डील, बिना ‘डील’ के नहीं होती थी। अनुराग ठाकुर ने जैसे ही ये बाते संसद के सामने रखीं, तभी राहुल गांधी उठकर जाने लगे। इस पर ठाकुर ने उन्हें जाने को लेकर टोका भी, लेकिन राहुल गांधी संसद से निकल गए। अनुराग ठाकुर ने जीप घोटाले के बाद कांग्रेस के समय में हुए बोफोर्स घोटाले, सबमरीन घोटाले और अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले का भी जिक्र किया। इस पर कांग्रेस नेताओं ने चर्चा को राफेल डील से भटकाने की बात कही। जिस पर ठाकुर ने कहा कि उन्होंने अभी तक रक्षा सौदों पर ही बात की है। इसके साथ ही अनुराग ठाकुर ने 2जी घोटाले और कोल घोटाले का जिक्र करते हुए कहा कि जिन लोगों का नाम अगस्ता वेस्टलैंड घोटाले में आया, आज वो संसद में खड़े होकर सवाल करते हैं तो यह देश के लिए बड़े ही शर्म की बात है।
इसके बाद ठाकुर ने नेशनल हेराल्ड मामले का उल्लेख करते हुए कांग्रेस पर पब्लिक प्रॉपर्टी को हड़पने का आरोप लगाया। हमीरपुर से भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले का भी जिक्र किया। बता दें कि शुक्रवार को राहुल गांधी ने संसद में चर्चा के दौरान केन्द्र सरकार पर आरोप लगाते हुए सवाल किया था कि राफेल डील में ऑफसैट कॉन्ट्रैक्ट अनिल अंबानी की कंपनी को किसने दिया? साथ ही रक्षा मंत्रालय के अधिकारियों ने क्या इस पर कोई आपत्ति जतायी थी? रक्षा मंत्री ने राहुल गांधी के सवालों का जवाब देने की कोशिश की लेकिन राहुल गांधी रक्षा मंत्री के जवाब से संतुष्ट नहीं हुए। बहरहाल राफेल डील पर शुक्रवार को संसद का सत्र काफी हंगामेदार रहा।