पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने निजी कारणों का हवाला देते हुए इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू को एक पत्र लिख अपना इस्तीफा सौंपा है। बनवारी लाल पुरोहित ने पत्र में लिखा, “मैं निजी कारणों और कुछ दूसरी प्रतिबद्धताओं के रहते इस्तीफा दे रहा हूं, कृपया इसे स्वीकार करें।” जानकारी के मुताबिक उन्होंने शुक्रवार को राष्ट्रपति और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात भी की थी वह पंजाब के साथ-साथ केंद्र शासित प्रदेश चंडीगढ़ के राज्यपाल भी थे।

साल 2021 के अगस्त महीने में बनवारी लाल पुरोहित ने पंजाब के 36वें राज्यपाल के तौर पर शपथ ली थी। उन्हें पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के मुख्य जज रवि शंकर झा ने पंजाब राजभवन में शपथ दिलाई थी। बनवारी लाल पुरोहित तीन बार लोकसभा के सांसद रहे हैं। इसके वह अलावा ‘द हितवाद’ के प्रबंध संपादक भी रहे हैं।

पंजाब की आप सरकार के साथ रहा विवाद

बनवारी लाल पुरोहित का पंजाब की भगवंत मान सरकार से कई मुद्दों को लेकर विवाद सामने आया था। इसमें अहम मुद्दा लंबित विधेयकों को मंजूरी देने में देरी को लेकर था। 10 नवंबर, 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब विधानसभा द्वारा पारित पांच विधेयकों को मंजूरी देने में देरी को लेकर राज्यपाल पुरोहित को सख्त निर्देश दिए थे। यह सुनवाई चीफ जस्टिस न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ कर रही थी।

बनवारीलाल पुरोहित ने शुक्रवार को चंडीगढ़ में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी. उनकी बैठक ऐसे समय में हुई है जब कुछ दिन पहले भाजपा ने चंडीगढ़ मेयर चुनाव में शानदार जीत दर्ज की थी और तीनों पद बरकरार रखे थे और इससे कांग्रेस-आम आदमी पार्टी गठबंधन को झटका लगा था और यह मामला हाईकोर्ट के सामने पहुंच गया था। भगवंत मान ने बनवारी लाल पुरोहित पर तंग करने और अड़चन पैदा करने का आरोप भी लगाया था। फिलहाल निजी कारणों का हवाला देकर राज्यपाल ने इस्तीफा दिया है और राजनीतिक पेचीदगी पर खबर नहीं है।