पंजाब सरकार ने शुक्रवार को लुधियाना के नगर निगम डीएसपी बलविंदर सिंह सेखों को निलंबित कर दिया। बताया जा रहा है कि डीएसपी ने पंजाब के खाद्य और नागरिक आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु को अपमानजनक मैसेज भेजे थे और फेसबुक पेज उनके लिए अपमानजनक भाषा का प्रयोग किया था।
आशु ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक में इस मुद्दे को उठाया था जब जेल मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा शिकायत कर रहे थे कि शिरोमणि अकाली दल के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया द्वारा विधायकों को टारगेट किए जाने के चलते कोई मंत्री उनके समर्थन में नहीं आया। आशु ने व्हाट्सएप के जरिए सेखों द्वारा भेजे गए मैसेज भी दिखाए।
मंत्रिमंडल की बैठक के बाद भी, सेखों ने अपने फेसबुक पेज पर कुछ टिप्पणियां पोस्ट की थी। आशु का कहना है कि डीएसपी तीन महीने से उनके गालियां दे रहे हैं, वह इसका इंतजार कर रहे थे कि डीएसपी ऐसा नहीं करेंगे लेकिन यह सिलसिला नहीं रुका।
मंत्री ने कहा कि सेखों पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू के करीबी थे। “सिद्धू ने उनसे मेरे खिलाफ जांच कराने को कहा था। सरकार द्वारा सेखों के खिलाफ भी जांच का आदेश दिया गया था। मुझे जानकारी नहीं है।
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू ने आशु पर आरोप लगाया है कि उन्होंने निगम की सम्पत्ति को हाउसिंग प्रोजेक्ट को दिया है।सिद्धू को अपनी रिपोर्ट सौंपते हुए, सेखों ने दावा किया था कि उन्हें आशु और कांग्रेस नेता कमलजीत सिंह करवाल द्वारा “धमकी” दी गई थी और उन्होंने पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) के पास एक शिकायत सौंपी है।

