पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने हाल ही में किसान आंदोलन को लेकर हुई घटनाओं पर चर्चा करने के लिए मंगलवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। हालांकि इस मीटिंग से बीजेपी ने खुद को अलग रखा है। पार्टी ने बताया कि वह पंजाब मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई गई बैठक में हिस्सा नहीं लेगी। मालूम हो कि आज शिरोमणि अकाली दल नेता सुखबीर सिंह बादल के वाहन पर पंजाब के जलालाबाद में हमला हुआ। पार्टी ने एक बयान में कहा, ”पुलिस इन कांग्रेसी गुंडों के साथ थी जिन्होंने सुखबीर सिंह बादल पर हमला किया। इस दौरान पार्टी के तीन कार्यकर्ताओं को गोली लगी है”।

बता दें कि आज किसान नेता राकेश टिकैत से शिवसेना सांसद अरविंद सावंत और संजय राउत ने मुलाकात की। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि इसमें कोई समस्या नहीं है कि विपक्षी नेता आकर हमसे मुलाकात करें और हमारा समर्थन करें। पर इसका राजनीतिकरण नहीं होना चाहिए। अगर नेता आते हैं तो हम कुछ नहीं कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि गाजीपुर पर ट्रैफिक को किसानों ने नहीं ब्लॉक किया है। पुलिस बैरिकेड की वजह से ट्रैफिक समस्या पैदा हो रही है।

सांसद संजय राउत ने मीडिया को बताया, ”हमने टिकैत साहब और किसानों के प्रति एकजुटता दिखाई। सरकार को किसानों से सही तरीक से बातचीत करनी चााहिए। अहंकार से आप देश नहीं चला सकते हैं।”बता दें कि आज विपक्ष के नेताओं ने राज्यसभा में किसानों के आंदोलन के मद्देनजर सदन की कार्यवाही स्थगित करने को नोटिस दिया था। बाद में विपक्ष ने सदन से वॉक आउट किया।

मामले में उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा कि राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में किसानों के आंदोलन का जिक्र किया था। मैं आज से चर्चा शुरू करना चाहता था लेकिन मुझे बताया गया कि चर्चा सबसे पहले लोकसभा में शुरू होगी। इस बात को ध्यान में रखते हुए हम कल राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा करने के लिए सहमत हुए हैं। इससे पहले भी कृषि कानूनों पर सदन में चर्चा हुई थी। यह गलत धारणा बन रही है कि कोई चर्चा नहीं हुई। मतदान के संबंध में, लोगों के अपने तर्क हो सकते हैं लेकिन हर पार्टी ने हिस्सा लिया था और सुझाव दिए थे।