पंजाब की कांग्रेस सरकार ने लुधियाना में प्रस्तावित एक आवासीय परियोजना का नाम बदल दिया है। बता दें कि शिरोमणि अकाली दल- भाजपा की सरकार में 2010-11 में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर ‘अटल अपार्टमेंट’ लॉन्च किया गया था। जिसे पंजाब सरकार ने अब बदलकर ‘साहिर लुधियानवी अपार्टमेंट’ करने का फैसला किया है। दोनों हस्तियां अपने-अपने क्षेत्रों में प्रसिद्ध हैं।
गौरतलब है कि, लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट (एलआईटी) के इस कदम को लेकर भाजपा और उसकी पूर्व सहयोगी शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने कांग्रेस सरकार की तीखी आलोचना की है। दोनों पार्टियों ने इसे अटल बिहारी वाजपेयी जैसे सर्वदल प्रिय नेता का अपमान बताया है। पंजाब में विधानसभा चुनाव 2022 से पहले नामकरण के मुद्दे को लेकर सियासी सरगर्मी बढ़ गई है।
बता दें कि किसान आंदोलन के बीच पंजाब में घिरी भाजपा अब इस ताजा मुद्दे के साथ सामने आना चाहती है। भाजपा के नेताओं का कहना है कि वे साहिर लुधियानवी के खिलाफ नहीं हैं, जोकि “निस्संदेह देश के सबसे महान कवियों में से एक थे”, लेकिन “वाजपेयी के नाम को एक परियोजना से हटाना पूरी तरह से अस्वीकार्य है और इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
शिअद के वरिष्ठ नेता महेशिंदर सिंह ग्रेवाल ने विरोध जताते हुए कहा कि वाजपेयी एक राजनेता नहीं बल्कि एक स्टेट्समैन थे। एक सांसद के रूप में उनकी अपनी साख थी, जिसकी बराबरी कोई दूसरा नेता नहीं कर सकता। वह राजीव गांधी की तरह एक आकस्मिक पीएम नहीं थे। एक परियोजना से उनका नाम बदलना पूरी तरह से अनुचित है। इसका शिअद-भाजपा गठबंधन से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन वाजपेयी के नाम पर एक परियोजना का नाम रखना सामाजिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण है ताकि हमारी आने वाली पीढ़ियां उनके बारे में जान सकें।
कांग्रेस का पलटवार: भाजपा के आरोपों पर कांग्रेस नेता और एलआईटी अध्यक्ष रमन बालासुब्रमण्यम ने कहा है कि, भाजपा इस मामले पर ‘तुच्छ राजनीति’ कर रही है। उन्होंने कहा कि, “इस परियोजना को नया रूप दिया गया है। हम वाजपेयी जी का बहुत सम्मान करते हैं लेकिन हमें एक स्थानीय नायक की जरूरत थी जो शहर से जुड़ा हो और गैर-विवादास्पद हो।”
उन्होंने कहा कि, हमें लोगों से सुझाव मिले कि चूंकि शहर में साहिर लुधियानवी के नाम पर कोई इमारत या स्मारक नहीं है। इसलिए ऐसा किया गया। हमारा मकसद किसी भी तरह से वाजपेयी का अनादर करना नहीं है। भाजपा पंजाब में पूरी तरह से हार चुकी है और अब चुनाव से पहले फालतू मुद्दों को उठाने की कोशिश कर रही है।
क्या है यह आवासीय योजना: शिअद-भाजपा शासन काल के दौरान 2010-11 में यह आवासीय योजना शुरू की गई थी। इसका नाम पूर्व पीएम के नाम पर ‘अटल अपार्टमेंट’ रखा गया था। शहीद करनैल सिंह नगर में इस आवासीय योजना को 8.80 एकड़ में शुरू किया जाना था। 12 मंजिल की इस आवासीय परियोजना को लुधियाना इम्प्रूवमेंट ट्रस्ट (एलआईटी) द्वारा शुरू किया गया था। साल 2010 में पंजाब के पूर्व मंत्री और भाजपा नेता मनोरंजन कालिया ने इस योजना को लॉन्च किया था।
बता दे कि, नई योजना के अनुसार, इस आवासीय परियोजना में 576 फ्लैट, जिनमें हाई इनकम ग्रुप(एचआईजी) के लिए 336 और मध्यम आय के (एमआईजी) के लिए 240 शामिल फ्लैट होंगे। इनकी लागत पहली से 12 वीं मंजिल के स्थान के आधार पर 37.9 लाख से 47.5 लाख रुपये है।
साहिर लुधियानवी: बता दें कि इस परियोजना का नाम बदलने का प्रस्ताव कांग्रेस नेता रमन बालासुब्रमण्यम ने दिया जोकि एलआईटी के अध्यक्ष हैं। मालूम हो कि साहिर लुधियानवी का जन्म अविभाजित पंजाब के लुधियाना में 8 मार्च, 1921 को हुआ था। बचपन में उनका नाम अब्दुल हयी था जोकि एक प्रसिद्ध कवि और गीतकार के रूप में आगे चलकर साहिर लुधियानवी के नाम से प्रसिद्ध हुए।