Amritsar Train Accident: पंजाब के अमृतसर में बड़ा ट्रेन हादसा हुआ। रावण दहन देख रहे लोगों को तेज रफ्तार ट्रेन ने कुचल दिया। इस हादसे में 50 से ज्यादा लोगों के मारे जाने की आशंका है लेकिन चश्‍मदीदों का कहना है कि ट्रेन दुर्घटना में 200 लोग मारे गए हैं। इस दुर्घटना से जुड़ी एक और जानकारी सामने आई है। प्रत्‍यक्षदर्शियों का दावा है कि रेलवे ट्रैक के बगल में कांग्रेस ने रावण दहन के कार्यक्रम का आयोजन किया था। पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्‍नी नवजोत कौर सिद्धू इस कार्यक्रम में बतौर मुख्‍य अतिथि शामिल थीं।

पंजाब के अमृतसर के पास रावण दहन देख रहे सैकड़ों लोग ट्रेन की चपेट में आ गए। अमृतसर सिविल हॉस्पिटल के मुख्‍य चिकित्‍सा अधिकारी ने एएनआई से कहा कि ‘ट्रेन हादसे में 60 मृतक और 51 घायल हैं।’ इस दुर्घटना से जुड़ी एक और जानकारी सामने आई है। दुर्घटना की परेशान कर देने वाली वीडियो फुटेज दिखा रही है कि जब यह हादसा हुआ तब कई लोग कार्यक्रम की अपने मोबाइल से वीडियो बना रहे थे। यह हादसा अमृतसर में मनावला और फिरोजपुर स्टेशनों के बीच हुआ है।

पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर रावण दहन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि थीं। उन्होंने बाद में कहा कि कोई भी नहीं जानता था कि हादसा कैसे हुआ और सब जश्न मना रहे थे और पटरियों पर सेल्फी ले रहे थे। बताया जाता है कि रावण दहन के बाद वह वहां मौजूद लोगों को संबोधित करने वाली थीं। इसके कारण वहां बड़ी तादाद में लोग इकट्ठा थे। बड़ी संख्‍या में लोग रेलवे पटरी पर जमा थे जो हादसे का शिकार बन गए। घटनास्‍थल पर मौजूद लोगों का कहना है कि हादसे के बाद नवजोत कौर सिद्धू मौके से चली गईं। आक्रोशित लोगों का कहना है कि उन्‍होंने वहां मौजूद दुर्घटना पीड़ितों की सुध तक नहीं ली।

दुर्घटनास्‍थल पर मौजूद शख्‍स ने बताया कि कांग्रेस के स्‍थानीय नेताओं ने दशहरा उत्‍सव का आयोजन किया था। उनका आरोप है कि यह आयोजन प्रशासन की मंजूरी के बिना किया गया था। रेलवे को अमृतसर में दुर्घटना स्थल के पास दशहरा कार्यक्रम करने की सूचना नहीं दी गई थी। अधिकारी ने कहा कि इसके लिए हमने कोई अनुमति नहीं दी थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, स्‍थानीय पार्षद ने रावण दहन के कार्यक्रम का आयोजन किया था। इतनी भीड़ होने के बावजूद रेल चालक द्वारा गाड़ी नहीं रोके जाने को लेकर सवाल उठने पर अधिकारी ने कहा, ‘वहां काफी धुआं था जिसकी वजह से चालक कुछ भी देखने में असमर्थ था और गाड़ी घुमाव पर भी थी।’

 

नवजोत कौर सिद्धू ने मीडिया से कहा, ”रावण का पुतला जला और मैं घटनास्थल से निकल गई। प्राथमिकता यह है कि घायलों का इलाज हो। दशहरे का जश्न वहां हर साल मनाया जाता है। जो लोग इस घटना पर राजनीति कर रहे हैं उन्हें शर्म आनी चाहिए।”

रेल मंत्री पियूष गोयल ने कहा, ”अमृसर में जो ट्रेन हादसा हुआ है, उसके लिए धक्का लगा है और बेहद दुखी हूं। पीड़ितों के परिवारों के लिए मेरी गहरी संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की मेरी प्रार्थना है। रेलवे तत्काल राहत और बचाव अभियान चला रही है।”

वहीं सियासी नेताओं समेत कई लोगों ने ट्विटर पर दुखद घटनाओं के दौरान सेल्फी लेने की पंरपरा पर निराशा जताई। जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट किया, ‘‘ नासमझी और पूरी तरह से टाला जा सकने वाला हादसा है। जिस तरह से लोग ट्रेन के लोगों को कुचलने के बाद भी शूट कर रहे हैं वीडियो को देखकर उससे आपको घटना की भयावहता की कल्पना करने में भी मुश्किल होगी।’’ आम आदमी पार्टी की नेता प्रीति शर्मा मेनन ने ट्वीट किया कि यह अविश्वसनीय है कि ट्रेन ने लोगों को कुचल दिया और फिर भी वे मोबाइल से वीडियो बनाते रहे। टीवी चैनलों पर प्रसारित हुई दुर्घटना की वीडियो फुटेज बता रही है कि जब यह भीषण हादसा हुआ तब कई लोग मोबाइल से वीडियो बना रहे थे।

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