मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाराष्ट्र के लातूर में एक जनसभा को संबोधित किया था। इस जनसभा में पीएम मोदी ने पहली बार वोट डालने जा रहे युवाओं से अपील की थी कि क्या वह अपना वोट पुलवामा हमले के शहीदों और बालाकोट एअर स्ट्राइक को समर्पित कर सकते हैं? इसके साथ ही पीएम ने गरीबों को घर और किसानों के खेतों में पानी पहुंचाने के नाम पर भी युवा मतदाताओं से वोट की अपील की। हालांकि पीएम द्वारा पुलवामा शहीदों के नाम पर वोट मांगने पर, इस हमले में शहीद हुए जवानों के कुछ परिजनों ने इस पर एतराज जताया है।

पुलवामा हमले में शहीद हुए उत्तर प्रदेश के मैनपुरी के जवान राम वकील की भतीजी सपना से जब एक पत्रकार ने इस बारे में सवाल किया गया तो उसने कहा कि “मेरा जहां मन करेगा वहां वोट करुंगी। मोदी जी को ऐसा नहीं कहना चाहिए, जो शहीद हुए हैं, उनके खिलाफ राजनीति नहीं करनी चाहिए। सपना ने कहा कि शहीद जवानों पर राजनीति नहीं होनी चाहिए और उनके परिवारों का ध्यान रखा जाए।” इस बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर चल रहा है और लोग जमकर इस पर रिट्वीट और बहस कर रहे हैं। गौरतलब है कि सीएनएन की एक रिपोर्ट के अनुसार, आगामी लोकसभा चुनावों में करीब 8.4 करोड़ नए मतदाता पहली बार वोट डालने जा रहे हैं। ऐसे में सभी राजनैतिक पार्टियां इन युवा मतदाताओं को अपने पाले में करना चाहती हैं।

उल्लेखनीय है कि बीती 14 फरवरी को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए एक आतंकी हमले में सेना के 44 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले में आतंकी ने विस्फोटकों से भरी कार सीआरपीएफ के काफिले की एक बस से टकरा दी थी। जिससे हुए विस्फोट में बस में सवार सीआरपीएफ के 44 जवान शहीद हो गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। इस हमले के कुछ दिन बाद ही भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर जैश के आतंकी ठिकानों पर बमबारी की थी। जिसमें सरकार ने करीब 250 आतंकियों के मारे जाने का दावा किया था।