Jammu and Kashmir Pulwama’s Awantipora Terror Attack: जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले में राज्य के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने खुफिया एजेंसियों से चूक की बात कबूल की है। मलिक ने कहा कि विस्फोटकों से भरी स्कॉर्पियो गाड़ी को सुरक्षा बल चिन्हित नहीं कर पाए। ‘द इंडियन एक्सप्रेस’ से बातचीत में प्रदेश के राज्यपाल ने कहा, “हम हाईवे पर घूम रही विस्फोटकों से भरी गाड़ी को चिन्हित करने में असफल रहे। हमें यह यह बात कबूल करनी होगी कि हमसे भी चूक हुई है।”

राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने माना कि सुरक्षा बलों ने स्थानीय आतंकियों को खात्मा किया था, जिनमें से जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी भी शामिल थे। लेकिन, आतंकियों को आत्मघाती हमले की ट्रेनिंग दी जा रही है, ऐसी कोई खुफिया जानकारी नहीं थी।” उन्होंने कहा, “उसमें (स्कॉर्पियो गाड़ी) आत्मघाती हमलावर सवार थे, यह जानकारी नहीं होना हमारे लिए चूक है। यह मैं स्वीकार करता हूं। यह आदमी (हमलावर आदिल अहमद डार) हमारे संदिग्धों की लिस्ट में प्रमुख था। इन लोगों को कोई भी अपने घर में शरण नहीं दे रहा था। इसलिए ये जंगल या पहाड़ियों में जाकर छिप गए थे। हम उसके (हमलावर आदिल) बारे में जानते थे, लेकिन उसको ट्रेस नहीं कर पाए।”

राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री राजनाथ सिंह से उनकी टेलिफोन पर बातचीत हुई है। मलिक ने कहा, “सुरक्षा मामलों की बैठक में असल रणनीति तैयार की जाएगी। लेकिन, मैं आपसे कहता हूं कि अगले तीन महीनों के भीतर हम उनका सफाया कर डालेंगे। हमने पंचायत और नगर निगम के चुनाव आयोजित कराए और एक परिंदा भी नहीं मारा गया। जबकि, पहले चुनावों के दौरान लोग मारे जाते थे। सत्यपाल मलिक ने पुलवामा हमले को सीमा पार बैठे आतंकियों के आकाओं की ‘खींझ’ करार दिया है। उन्होंने कहा, “आतंकियों पर पाकिस्तान की तरफ से कुछ बड़ा करने का दबाव था। यह हमला उसी हड़बड़ी का परिणाम है।”