Sanna Irshad Mattoo: पुलित्जर पुरस्कार विजेता कश्मीरी फोटो जर्नलिस्ट सना इरशाद मट्टू (Sanna Irshad Mattoo) के विदेश जाने पर रोक लगाई गई है। सना इरशाद ने कहा कि मैं न्यूयॉर्क में पुलित्जर अवॉर्ड लेने जा रही थी लेकिन मुझे दिल्ली हवाई अड्डे पर आव्रजन अधिकारियों ने रोक दिया। सना ने कहा कि मेरे पास यूएस का लीगल वीजा और टिकट थी इसके बावजूद मुझे इंटरनेशनल ट्रैवल करने से रोका गया है। सना ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी।

एक और ट्वीट में सना ने लिखा, “यह दूसरी बार है जब मुझे बिना कारण या कारण के रोका गया है। कुछ महीने पहले जो हुआ उसके बाद कई अधिकारियों से संपर्क करने के बावजूद मुझे कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। पुरस्कार समारोह में शामिल होना मेरे लिए बड़ा अवसर था।” उन्होंने दावा किया कि पिछले चार महीनों में यह दूसरी बार है, जब उन्हें विदेश यात्रा पर जाने से रोका गया है। इधर सना के आरोपों पर प्रशासन या सरकार की तरफ से अभी तक कोई जवाब नहीं आया है

सना इरशाद मट्टू समाचार एजेंसी रॉयटर्स के लिए काम करती हैं। जम्मू और कश्मीर में 2018 से एक स्वतंत्र फोटो जर्नलिस्ट के रूप में काम करते हुए सना इरशाद मट्टू समाचार एजेंसी रॉयटर्स की टीम के हिस्से के रूप में फीचर फोटोग्राफी श्रेणी में 2022 पुलित्जर पुरस्कार विजेताओं में से हैं। मई 2022 में, सना ने रॉयटर्स फोटोग्राफर अदनान आबिदी, अमित दवे और दिवंगत दानिश सिद्दीकी के साथ भारत में कोरोनावायरस संकट की कवरेज के लिए फीचर फोटोग्राफी में पुलित्जर पुरस्कार जीता था।

जुलाई 2022 में भी देश छोड़ने से रोका गया था: इससे पहले सना इरशाद ने 2 जुलाई 2022 को कहा था कि उन्हें दिल्ली से पेरिस के लिए उड़ान भरने से रोक दिया गया है। फोटो जर्नलिस्ट ने कहा कि उसके पास वैध फ्रांसीसी वीजा था लेकिन दिल्ली हवाई अड्डे पर आव्रजन अधिकारियों ने उसे देश छोड़ने की अनुमति देने से इनकार कर दिया।

वह सेरेन्डिपिटी आर्ल्स ग्रांट 2020 के 10 विजेताओं में से एक के रूप में एक पुस्तक लॉन्च और एक फोटोग्राफी प्रदर्शनी के लिए पेरिस जा रही थीं। कश्‍मीरी फोटो पत्रकार सना मट्टू दक्षिण एशिया की उन 10 फोटोग्राफरों में शामिल हैं जिन्हें 2020 में सेरेन्डिपिटी आर्ल्स ग्रांट मिला था।