Turkey Earthquake: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार (9 फरवरी, 2023) को भूकंप प्रभावित तुर्की में एक नाबालिग लड़की की जान बचाने के लिए राष्ट्रीय रक्षा प्रतिक्रिया बल की सराहना की। शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारत सरकार एनडीआरएफ (NDRF) को दुनिया की सबसे अच्छी आपदा प्रतिक्रिया बल बनाने के लिअ प्रतिबद्ध है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्विटर पर तुर्की का एक वीडियो शेयर करते हुए लिखा, ‘ हमें अपने NDRF पर गर्व है। तुर्की में बचाव अभियान में आईएनडी-11 की टीम ने गाजियांटेप शहर में छह साल की बच्ची बेरेन की जान बचाई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में हम NDRF को दुनिया की अग्रणी आपदा प्रतिक्रिया बल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

बता दें, ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत भारत ने तुर्की और सीरिया में भूकंप राहत प्रयासों के लिए बचाव कर्मियों, आवश्यक वस्तुओं और चिकित्सा उपकरणों को लेकर छह विमान भेजे हैं। 6 फरवरी को भीषण भूकंप के बाद तुर्की और पड़ोसी सीरिया में मरने वालों की संख्या दोनों देशों में 19,300 से अधिक हो गई है।

एनडीआरएफ ने कहा कि उनकी टीम ने तुर्की के एएफएडी (डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट अथॉरिटी) के साथ एक संयुक्त अभियान में गुरुवार को गाजियांटेप प्रांत के नूरदागी शहर में एक ढही इमारत के मलबे से एक छह साल की बच्ची को जीवित निकाला है। एनडीआरएफ के बचावकर्ताओं ने अब तक मलबे से 8 शवों को भी निकाला है। एनडीआरएफ द्वारा प्रभावित क्षेत्रों में 7 फरवरी से बचाव अभियान जारी है।

इससे पहले विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तुर्की के लिए छठे विमान के बारे में जानकारी दी और कहा कि यह भूकंप राहत प्रयासों के लिए बचाव कर्मियों, आवश्यक वस्तुओं और चिकित्सा उपकरणों को लेकर तुर्की पहुंचा। छठी उड़ान में भूकंप प्रभावित देश के लिए अधिक बचाव दल, डॉग स्क्वॉड और आवश्यक दवाएं शामिल हैं।

भारत में तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल ने ‘ऑपरेशन दोस्त’ को एक बहुत महत्वपूर्ण ऑपरेशन बताया है और दोनों देशों के बीच गहरी दोस्ती कहा। फिरत सुनेल ने गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर यह टिप्पणी की। जहां से ‘ऑपरेशन दोस्त’ के हिस्से के रूप में भारतीय वायु सेना के सी17 ग्लोबमास्टर विमान ने एनडीआरएफ टीम, चिकित्सा उपकरण और राहत उपकरण के साथ तुर्की के लिए उड़ान भरी। सुनेल ने कहा कि यह पहले ही साबित कर देता है कि हम दोस्त हैं। हमें अपने संबंधों को और गहरा करना है।”