नूपुर शर्मा द्वारा पैगंबर मोहम्मद पर की गई टिप्पणी को लेकर विवाद कम होने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद देश भर के कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन हुए और उसके बाद हिंसा हुई। असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के औरंगाबाद के सांसद इम्तियाज जलील ने नूपुर शर्मा को बीच सड़क पर फांसी देने की मांग की। वहीं ओवैसी ने कहा कि नूपुर शर्मा को गिरफ्तार किया जाना चाहिए।

नूपुर शर्मा को महाराष्ट्र पुलिस ने पूछताछ में शामिल होने के लिए समन भी भेजा है। मुंबई पुलिस ने 25 जून को निलंबित बीजेपी प्रवक्ता नूपुर शर्मा को जांच में शामिल होने के लिए मुंबई बुलाया है और पुलिस उनसे पूछताछ करेगी। नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद को लेकर एक टीवी चैनल पर बहस के दौरान विवादित टिप्पणी की थी।

महाराष्ट्र के औरंगाबाद से एआईएमआईएम के सांसद इम्तियाज जलील ने नूपुर शर्मा को बीच चौराहे पर फांसी देने की मांग कर डाली। जुमे की नमाज के बाद विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए सांसद ने कहा, “इस्लाम शांति का धर्म है और लोग गुस्से में हैं। नूपुर शर्मा को फांसी दी जानी चाहिए। अगर उन्हें फांसी नहीं दी गई तो ऐसी चीजें नहीं रुकेंगी। किसी भी धर्म और संप्रदाय के खिलाफ ऐसी टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करने के लिए कानून बनाया जाना चाहिए।”

एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कानून के अनुसार कार्रवाई की मांग की है। ओवैसी ने कहा, “नूपुर शर्मा को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है। कानून के मुताबिक उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए। इतने दिनों से उन्हें गिरफ्तार नहीं किया गया है। आप गिरफ्तार क्यों नहीं करते और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई क्यों नहीं करते? आपको कौन रोक रहा है?”

वहीं जुमे की नमाज के बाद पत्थरबाजी की घटनाओं को लेकर केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी बयान दिया है। उन्होंने कहा, कुछ ऐसे लोग हैं जो तनाव पैदा कर ऐसा माहौल बनाते हैं, जिससे आम लोगों का जीवन भी प्रभावित होता है और देश की छवि भी खराब होती है। जिन युवाओं के हाथ में खेल सामग्री होनी चाहिए, उनके हाथों में पत्थर देने का काम करते हैं। इससे उनको बाज आना चाहिए।”

बता दें कि नूपुर शर्मा और नवीन जिंदल पर पार्टी पहले ही कार्यवाही कर चुकी है। नूपुर शर्मा को जांच पूरी होने तक पार्टी की सदस्यता से सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि नवीन जिंदल को पार्टी ने 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। अरब देशों ने नूपुर शर्मा के बयान पर विरोध जताया था, जिसके बाद बीजेपी ने कार्यवाही की।