प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई, 2023 को नए संसद भवन का उद्घाटन करेंगे। लोकसभा सचिवालय ने जानकारी दी है कि स्पीकर अध्यक्ष ओम बिरला ने गुरुवार (18 मई) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें नए संसद भवन के उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2020 में नए संसद भवन का शिलान्यास किया था।
आत्मनिर्भर भारत की भावना का प्रतीक है नया भवन
लोकसभा अध्यक्ष ने कहा कि नए संसद भवन का निर्माण अब पूरा हो गया है और नया भवन आत्मनिर्भर भारत की भावना का प्रतीक है। इससे पहले मार्च में पीएम मोदी ने नए भवन का दौरा किया था, और साइट का निरीक्षण किया था। इस दौरान उन्होंने इमारत के निर्माण में शामिल कारीगरों से बातचीत भी की थी। पीएम मोदी ने संसद के दोनों सदनों को मिलने वाली तमाम सुविधाओं का भी जायजा लिया था।
नई इमारत में बड़े पैमाने पर क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व भी है
नया संसद भवन तकनीकी से भरपूर हैं और कई तरह की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। इसमें विभिन्न प्रकार की कलाकृति और सजावटी प्रदर्शनों के माध्यम से भारतीय संस्कृति को पेश करने का प्रयास किया गया है। नई इमारत में बड़े पैमाने पर क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व भी है। एक गैलरी सभी भारतीय राज्यों की मिट्टी से प्रामाणिक रूप से बनाए गए मिट्टी के बर्तनों के शिल्प के साथ-साथ पूरे भारत से वस्त्र प्रतिष्ठानों को प्रदर्शित करेगी। एक और गैलरी सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को छूते हुए भारत के मशहूर स्मारकों को प्रदर्शित करेगी।
पुरानी संसद की इमारत 1927 में बनी थी
मौजूदा लोकसभा भवन में लगभग 543 सदस्य बैठ सकते हैं और राज्यसभा भवन में 250 सदस्य बैठ सकते हैं। लोकसभा सचिवालय का मानना था कि मौजूदा संसद भवन जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहा था। इसका निर्माण 1927 में हुआ था जो अब करीब 100 साल पुराना होने जा रहा है। दोनों सदनों में सांसदों के बैठने की सुविधाजनक व्यवस्था का भी अभाव था। यह भी एक बड़ी वजह थी कि एक नया और सुविधाजनक संसद भवन हमारे पास हो।
पीएम मोदी ने दिसंबर 2020 में नए भवन की तस्वीरें पेश की थी। दावा किया जा रहा है कि नव निर्मित संसद भवनों को रिकॉर्ड समय में गुणवत्तापूर्ण निर्माण के साथ बनाया गया है।