पश्चिम बंगाल और असम में इस साल के मध्य तक चुनाव होने हैं। इसी के मद्देनजर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज (रविवार) दोनों राज्यों का दौरा कर रहे हैं। बता दें कि असम और बंगाल में यह दो हफ्ते में उनका दूसरा दौरा है। इससे पहले वे पूर्वोत्तर के राज्य में लाखों स्थानीय लोगों को जमीन का हक सौंपने पहुंचे थे, इसके अलावा बंगाल में उन्होंने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जन्मदिन पर रखे गए कार्यक्रम में भी हिस्सा लिया था।

प्रधानमंत्री दोपहर 11.45 पर असम के धेकियाजुली पहुंचे। यहां उन्होंने बिस्वनाथ और चराईदेव में मेडिकल कॉलेजों का शिलान्यास किया। पीएम ने कहा कि असम में पहले 5 मेडिकल कॉलेज थे। भाजपा की सरकार आने के बाद पिछले पांच सालों में छह और मेडिकल कॉलेजों का निर्माण शुरू हो चुका है। मोदी ने कहा कि वे चाहते हैं कि हर राज्य में स्थानीय भाषा वाले पढ़ाई के संस्थान हों और सत्ता में लौटने के बाद वे असम में स्थानीय भाषा में पढाई वाला मेडिकल कॉलेज और टेक्निकल कॉलेज का निर्माण करवाएंगे।

पीएम इसके बाद बंगाल रवाना होंगे। पश्चिम बंगाल में वे पूर्वी मिदनापुर के हल्दिया में सार्वजनिक सभा को संबोधित करेंगे। यह इलाका टीएमसी छोड़कर भाजपा में शामिल हुए सुवेंदु अधिकारी का गढ़ माना जाता है। पीएम इसके बाद हल्दिया से ही 4700 करोड़ रुपए की चार तेल-गैस परियोजनाओं की नींव रखेंगे।

ममता बनर्जी का कार्यक्रम में शामिल होना मुश्किल: बताया जा रहा है कि पूर्वी मेदिनीपुर जिले के हल्दिया में रविवार शाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के निर्धारित कार्यक्रम में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के शामिल होने की उम्मीद नहीं है। राज्य सचिवालय के एक शीर्ष अधिकारी ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि इसका कोई स्पष्ट कारण नहीं बताया गया है लेकिन 23 जनवरी को हुआ ‘‘अपमान’’ इसकी वजह हो सकता है। दूसरी तरफ राजभवन के सूत्रों ने बताया कि राज्यपाल जगदीप धनखड़ रविवार के कार्यक्रम में शामिल होंगे।

गौरतलब है कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बनर्जी के भाषण से पहले ‘जय श्रीराम’ के नारे लगे थे जिसे उन्होंने अपना ‘अपमान’ बताया था। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री भी मौजूद थे। नारे लगने के बाद बनर्जी ने संबोधन देने से इनकार कर दिया था।