Parliament Monsoon Session: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (SP) की नेता सुप्रिया सुले ने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा में भाग लिया। इस मौके पर उन्होंने मांग की कि हमें उस हमले में शहीद हुए लोगों के बारे में सोचना चाहिए। इतना ही नहीं एक मौका ऐसा भी आया जब सुले ने पीएम नरेंद्र मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का बड़प्पन है कि उन्होंने डेलीगेशन का नेतृत्व करने के लिए हम पर भरोसा जताया।

सुप्रिया सुले ने लोकसभा में कहा, ‘जब देश का सवाल आता है तो उसके बाद राज्य, उसके बाद पार्टी उसके बाद फैमिली, पहले देश आता है। जब हमें किरेन रिजिजू का फोन आया तो उन्होंने मुझे सिर्फ फोन पर कहा कि सुप्रिया तुम्हे देश के लिए दस दिन देने पड़ेंगे। मैंने बोला कि दस दिन आपने क्या बोल दिया। ये प्रधानमंत्री मोदी का बड़प्पन है था कि हम सारे विपक्षी दलों को उन्होंने लीड करने का जो भरोसा दिखाया है। यही एक सशक्त लोकतंत्र है।’

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हमें शहीद हुए लोगों के बारे में सोचना चाहिए – सुप्रिया सुले

सुप्रिया सुले ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ‘2016 में राजौरी और पुंछ में आतंकवादी हमले हुए। 2019 में पुलवामा हमला हुआ और अब 22 अप्रैल को पहलगाम हमला हुआ। इस मौके पर मांग की कि हमें उस हमले में शहीद हुए लोगों के बारे में सोचना चाहिए। पहलगाम हमले में पुणे के स्वर्गीय संतोष जगदाले और स्वर्गीय कैस्तुभ गणबोटे शहीद हुए थे। जगदाले की बेटी असावरी जगदाले, पत्नी प्रगति जगदाले और उसी परिवार की संगीता गणबोटे भी साथ थीं। असावरी मुझसे एक ही सवाल पूछती हैं, हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर हुआ, युद्ध हुआ, लेकिन मेरे पिता को न्याय कब मिलेगा।’

सुप्रिया सुले ने आगे अपनी पोस्ट में लिखा, ‘आज भी उन हमलावर आतंकियों के बारे में कोई जानकारी नहीं है, वे कहां गए? इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। आज तीन महीने हो गए हैं, लेकिन वो दर्द आज भी उनके जहन में ताजा है। उनकी क्या गलती थी? वो कहते हैं कि कश्मीर स्वर्ग है। लेकिन अब वो उस परिवार के लिए नर्क बन गया है। किसी के पास जवाब नहीं है कि ऐसा क्यों हुआ। सरकार ने उन्हें 50 लाख दिए। राज्य सरकार ने नौकरी का वादा किया था, लेकिन उन्होंने कहा कि उन्हें अभी तक नौकरी नहीं मिली है।’ पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…