राजधानी में घरेलू एलपीजी गैस सिलेंडर 50 रुपये महंगा हो जाएगा। नए दाम सोमवार दोपहर 12 बजे के बाद से लागू हो जाएंगे। कीमत बढ़ने के बाद 14.2 किलो वाले सिलेंडर की कीमत 769 रुपये हो जाएगी। गैस सिलेंडर की कीमतों में लगातार इजाफा हो रहा है। 4 फरवरी को सिलेंडर के दाम में 25 रुपए का इजाफा किया गया था। अब एक बार फिर 50 रुपए बढ़े हैं। बीते 14 दिन में गैस सिलेंडर पर 75 रुपए बढ़ गए हैं।
एक ओर सिलेंडर लगातार महंगा हो रहा है वहीं दूसरी ओर केंद्र सरकार ने वित्त वर्ष 2022 के लिए पेट्रोलियम सब्सिडी को घटाकर 12,995 करोड़ रुपये कर दिया है। इसके बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि सरकार जल्द ही एलपीजी सिलेंडर पर सब्सिडी खत्म कर सकती है। उधर, पेट्रोलियम का खुदरा कारोबार करने वाली सरकारी कंपनियों ने पेट्रोल और डीजल के भावों में लगातार छठे रविवार को वृद्धि की। ताजा बढ़ोतरी से दिल्ली में पेट्रोल 88.73 और डीजल 79.06 के भाव पर पहुंच गया है। वैश्विक बाजारों में तेजी के बाद स्थानीय कंपनियों ने रविवार को पेट्रोल 29 पैसे और डीजल 32 पैसे प्रति लीटर महंगा कर दिया। इसके साथ ईंधन की खुदरा कीमतें नए रिकार्ड स्तर पर पहुंच गई हैं।
राजस्थान में पेट्रोलियम उत्पादों पर वैट की दरें सबसे अधिक है। राजस्थान में पेट्रोल और डीजल के भाव क्रमश: 99 रुपये और 91 रुपये प्रति लीटर से अधिक हो गए हैं। इसके असर से श्रीगंगानगर में पेट्रोल 99.29 और डीजल 91.17 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया। राजस्थान ने पिछले महीने के अंतिम दिनों में पेट्रोल और डीजल पर वैट दो रुपये प्रति लीटर कम किया था। इसके बावजूद वहां वैट की दर 36 प्रतिशत है। यह देश में सबसे अधिक है।
श्रीगंगानगर में प्रीमियम पेट्रोल रविवार को 102.07 रुपये और प्रीमियम ग्रेड डीजल 94.83 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा था। मुंबई में सामान्य पेट्रोल और डीजल की दरें क्रमश: 95.21 और 86.04 और प्रीमियम उत्पादों की दरें क्रमश: 97.99 और 89.27 रुपये लीटर हैं।
Price of LPG gas cylinder (14.2 kg domestic cylinder) hiked by Rs 50 per cylinder; to be at Rs 769 per cylinder in Delhi from 12 am tomorrow.
— ANI (@ANI) February 14, 2021
कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने पेट्रोलियम उत्पादों के दामों में बढ़ोतरी की आलोचना करते हुए सरकार से इन पर कर तत्काल कम किए जाने की मांग की है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने बुधवार को संसद में कहा था कि पेट्रोलियम उत्पादों पर उत्पाद शुल्क घटाने का फिलहाल कोई विचार नहीं है।वैश्विक बाजार में कोविड संकट के बाद कच्चे तेल का भाव 61 डालर प्रति बैरल तक चला गया है। भारत को पेट्रोलियम ईंधन की जरूरत के लिए 80 प्रतिशत आयात पर निर्भर करना पड़ता है। केंद्र सरकार पेट्रोल पर प्रति लीटर 32.9 रुपये और डीजल पर 31.80 रुपये का उत्पाद शुल्क लगा रही है।