राष्ट्रपति चुनाव से पहले बसपा सुप्रीमो मायावती ने विपक्ष को बड़ा झटका दिया है। बसपा सुप्रीमो मायावती ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान कर दिया है। मायावती ने कहा कि यह फैसला उन्होंने किसी से प्रभावित होकर नहीं, बल्कि अपने मूवमेंट को ध्यान में रखकर लिया है। विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को उम्मीदवार बनाया है। मायावती ने ममता बनर्जी और शरद पवार पर जातिवादी होने का आरोप भी लगाया।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “हमने एनडीए के राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू को समर्थन देने का फैसला किया है। हमने यह फैसला न तो भाजपा या एनडीए के समर्थन में और न ही विपक्ष के खिलाफ बल्कि अपनी पार्टी और आंदोलन को ध्यान में रखते हुए लिया है।”
मायावती ने इस दौरान विपक्ष पर निशाना भी साधा और आरोप लगाया कि उन्हें किसी ने बैठक में नहीं बुलाया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा, “ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक विपक्षी उम्मीदवार का चयन करने के लिए 15 जून को बुलाई गई बैठक में केवल चयनित पार्टियों को आमंत्रित किया। जब शरद पवार ने 21 जून को एक बैठक बुलाई, तब भी बसपा को आमंत्रित नहीं किया गया था। यह उनके जातिवाद के उद्देश्यों को दर्शाता है।”
मायावती ने आगे कहा, “हमने पार्टी के मूवमेंट को ध्यान में रखते हुए एक आदिवासी समाज की योग्य और कर्मठ महिला को देश की राष्ट्रपति बनाने के लिए अपना फैसला लिया है। हमारी पार्टी द्रौपदी मुर्मू का समर्थन करेगी।” बता दें कि इसके पहले नवीन पटनायक और उनकी पार्टी बीजेडी ने भी एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के समर्थन का ऐलान किया है। नवीन पटनायक ने द्रौपदी मुर्मू को भी उम्मीदवार बनाने के लिए पीएम नरेंद्र मोदी का धन्यवाद भी किया था।
विपक्ष ने पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा को राष्ट्रपति चुनाव के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। यशवंत सिन्हा ने बीजेपी नेताओं से भी अपने समर्थन में वोट करने की अपील की है। तो वहीं बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और राजनाथ सिंह को बीजेपी ने विपक्षी नेताओं से बात कर द्रौपदी मुर्मू के लिए समर्थन मांगने को कहा है।