राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी को उनके घर पहुंच कर सम्मानित किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पूर्व उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू भी मौजूद रहे।
भारत रत्न से सम्मानित की गई इन महान हस्तियों में–पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिम्हा राव के अलावा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री कर्पूरी ठाकुर, कृषि विज्ञानी एमएस स्वामीनाथन और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी का नाम भी शामिल था। सिर्फ आडवाणी इन पांच हस्तियों में से ज़िंदा हैं। उनकी सेहत बेहतर नहीं थी इसलिए वह शनिवार को नहीं पहुंचे थे।
पीएम मोदी ने किया था ऐलान
लाल कृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने का ऐलान पीएम मोदी ने किया था। तब पीएम ने सोशल मीडिया पर लिखा था–“मुझे यह बताते हुए बहुत खुशी हो रही है कि श्री लालकृष्ण आडवाणी जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। मैंने भी उनसे बात की और इस सम्मान से सम्मानित होने पर उन्हें बधाई दी। हमारे समय के सबसे सम्मानित राजनेताओं में से एक, भारत के विकास में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनका जीवन जमीनी स्तर पर काम करने से शुरू होकर हमारे उपप्रधानमंत्री के रूप में देश की सेवा करने तक का है। उन्होंने हमारे गृह मंत्री और सूचना एवं प्रसारण मंत्री के रूप में भी अपनी पहचान बनाई।”
लाल कृष्ण आडवाणी के बारे में…
पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म 8 नवंबर, 1927 को कराची (अब पाकिस्तान में) हुआ था। आडवाणी ने 1980 में स्थापना के बाद से सबसे लंबे समय तक भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया। लगभग तीन दशकों के संसदीय करियर के दौरान वह पहले गृह मंत्री और बाद में अटल बिहारी वाजपेयी (1999-2004) के मंत्रिमंडल में उप प्रधान मंत्री रहे। उन्हें बीजेपी के सबसे कुशल नेता के तौर पर भी देखा जाता रहा है।