Maha Kumbh First Snan: पौष पूर्णिमा स्नान के साथ प्रयागराज में महाकुंभ मेला आज से विधिवत आरंभ हो गया है। पौष माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि का आरंभ सोमवार, 13 जनवरी की सुबह 5:01 बजे से हुआ, जो मंगलवार, 14 जनवरी की सुबह 3:57 बजे तक रहेगा। इस दौरान श्रद्धालु पूरे दिन स्नान कर सकते हैं। मेला प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधाओं का ध्यान रखते हुए व्यापक प्रबंध किए हैं, ताकि स्नान और अन्य धार्मिक गतिविधियों में कोई बाधा न हो।
Maha Kumbh 2025: श्रद्धालुओं के लिए 12 किमी लंबा घाट
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए मेला क्षेत्र में 12 किलोमीटर लंबा घाट बनाया गया है। यह व्यवस्था इस प्रकार की गई है कि किसी भी तरफ से आने वाले श्रद्धालुओं को संगम घाट तक पहुंचने में कोई असुविधा न हो। मेला प्रशासन ने सभी तैयारी पूरी कर ली है। स्नान की प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए घाटों को सेक्टरों में विभाजित किया गया है।
Maha Kumbh 2025: हर तरफ के तीर्थयात्रियों के लिए अलग-अलग पार्किंग स्थल
श्रद्धालुओं को घाटों तक पहुंचने के लिए मेला प्रशासन ने विस्तृत रूट प्लान तैयार किया है। देश के विभिन्न हिस्सों से आने वाले श्रद्धालुओं को उनकी यात्रा के अनुसार मार्ग और पार्किंग स्थल आवंटित किए गए हैं।
Maha Kumbh 2025: उत्तर और पश्चिम दिशा से आने वाले यात्री
उत्तराखंड, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश की ओर से ट्रेन से आने वाले श्रद्धालु प्रयागराज जंक्शन और सूबेदारगंज रेलवे स्टेशन पर उतरेंगे और वहां से संगम घाट तक पहुंचेंगे।
Maha Kumbh 2025: दक्षिण और पूर्व दिशा से आने वाले यात्री
बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल आदि राज्यों की ओर से आने वाले श्रद्धालु नैनी, छिवकी और झूंसी रेलवे स्टेशन पर उतरेंगे। वहां से संगम घाट तक पहुंचने के लिए शटल सेवाओं और अन्य साधनों की व्यवस्था की गई है।
Maha Kumbh 2025: सड़क मार्ग से आने वालों के लिए विशेष पार्किंग
सड़क मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मेला क्षेत्र में सात प्रमुख प्रवेश मार्ग और विशेष पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। इन पार्किंग स्थलों को इस प्रकार व्यवस्थित किया गया है कि यात्री घाटों तक आसानी से पैदल पहुंच सकें।
Maha Kumbh 2025: प्रमुख मार्ग और पार्किंग की जानकारी
- जौनपुर मार्ग: इस रूट के वाहन चीनी मिल पार्किंग और अन्य पार्किंग स्थलों पर खड़े होंगे।
- वाराणसी मार्ग: वाहन उस्तापुर पार्किंग में खड़े किए जाएंगे, वहां से ऐरावत संगम घाट तक श्रद्धालु पहुंच सकेंगे।
- मिर्जापुर मार्ग: अरैल संगम घाट तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को सरस्वती हाईटेक पार्किंग, ओमेक्स सिटी पार्किंग, और अन्य पार्किंग स्थलों पर वाहन खड़ा करना होगा।
- रीवा-चित्रकूट मार्ग: वाहन एग्रीकल्चर पार्किंग और गंजियाग्राम पार्किंग में खड़े होंगे।
- कानपुर-फतेहपुर मार्ग: नेहरू पार्क पार्किंग और अन्य पार्किंग स्थलों पर वाहन खड़े किए जाएंगे।
- कौशांबी मार्ग: यहां भी नेहरू पार्क और 17 नंबर पार्किंग स्थल का उपयोग किया जाएगा।
- लखनऊ-प्रतापगढ़ मार्ग: इस मार्ग पर तीन अलग-अलग रूट और पार्किंग स्थल निर्धारित किए गए हैं।
Maha Kumbh 2025: हवाई जहाज से आने वालों के लिए व्यवस्था
हवाई मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बमरौली एयरपोर्ट पर विशेष प्रबंध किए गए हैं। प्रयागराज में दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, रायपुर, बेंगलुरु, कोलकाता, अहमदाबाद, भोपाल, चेन्नई, जयपुर, जम्मू, गुवाहाटी, नागपुर, पुणे, देहरादून, इंदौर और पटना से सीधी उड़ानों की सुविधा है। महाकुंभ के कारण एयरपोर्ट के टर्मिनल का विस्तार किया गया है। अब यहां से रात में भी उड़ानों का संचालन किया जा रहा है।
Maha Kumbh 2025: हर स्टेशन पर रहेगा प्राथमिक चिकित्सा बूथ
महाकुंभ मेले में रेल मार्ग से आने वाले यात्रियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए भारतीय रेलवे ने विभिन्न स्टेशनों पर 30 से अधिक प्राथमिक चिकित्सा बूथ (First aid booth) स्थापित किए हैं। उत्तर मध्य रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय के अनुसार, ये बूथ प्रयागराज जंक्शन, नैनी जंक्शन, फाफामऊ, प्रयाग जंक्शन, झूंसी, रामबाग, छिवकी, प्रयागराज संगम और सूबेदारगंज रेलवे स्टेशनों पर स्थापित किए गए हैं। सबसे ज्यादा 14 बूथ प्रयागराज जंक्शन पर लगाए गए हैं, जबकि नैनी और छिवकी में 3-3, सूबेदारगंज में 2, और विंध्याचल, मंकीपुल तथा संगम कैंप क्षेत्र में 1-1 बूथ स्थापित किया गया है।
प्रत्येक बूथ पर प्रशिक्षित चिकित्सा कर्मियों की तैनाती की गई है और आपातकालीन चिकित्सा उपकरणों व दवाइयों की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। इन बूथों पर प्राथमिक उपचार से लेकर गंभीर मामलों में त्वरित रेफरल की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। मेला क्षेत्र में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सहायता के लिए व्यापक प्रबंध किए गए हैं। पुलिस और स्वयंसेवकों की तैनाती के साथ हेल्प डेस्क और आपातकालीन सेवाएं उपलब्ध हैं। घाटों पर साफ-सफाई और जल प्रबंधन की भी विशेष व्यवस्था की गई है।
Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 की प्रमुख जानकारियां
- संस्थाओं की कुल संख्या: 10,000
- मेला का कुल क्षेत्रफल: 4,000 हेक्टेयर
- सेक्टरों की कुल संख्या: 25
- घाटों की कुल लंबाई: 12 किलोमीटर
- पार्किंग स्थल के लिए आवंटित जगह: 1,850 हेक्टेयर
- मेला क्षेत्र में बिछाई गई चकर्ड प्लेट्स की कुल लंबाई: 488 किलोमीटर
- स्ट्रीट लाइट्स की संख्या: 67,000
- शौचालय की कुल संख्या: 1,50,000
- टेंट की कुल संख्या: 1,60,000
- फ्री बेड की सुविधा: 25,000 लोगों के लिए
- पांटून पुलों की कुल संख्या: 30
पौष पूर्णिमा का स्नान हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना जाता है। इस दिन गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम पर स्नान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। साथ ही दान और पूजा-अर्चना का भी विशेष महत्व है। महाकुंभ की सभी खबरों और घटनाओं से अपडेट रहने के लिए इस लिंक पर जाएं।