Railway arrangements for Maha Kumbh: महाकुंभ 2025 का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में होने वाला है। दुनिया भर के करोड़ों श्रद्धालुओं के जुटने की उम्मीद के बीच, भारतीय रेलवे ने आयोजन को सफल और सुगम बनाने के लिए कई अत्याधुनिक व्यवस्थाएं शुरू की हैं। रेलवे का मुख्य उद्देश्य महाकुंभ के दौरान तीर्थयात्रियों को सुविधाजनक, सुरक्षित और समय पर यात्रा का अनुभव प्रदान करना है।
प्रयागराज मंडल में बनाया गया नया अत्याधुनिक कंट्रोल रूम
प्रयागराज मंडल का नया कंट्रोल रूम अत्याधुनिक तकनीक से लैस है। यहां बड़ी स्क्रीन पर स्टेशनों की ट्रेन वेक्टर रीडआउट (TWRD), सिग्नल इंटरलॉकिंग प्लान (SIP), यार्ड डायग्राम और लाइन की उपलब्धता की जानकारी उपलब्ध रहेगी। आपात स्थिति में डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (DFC) के कंट्रोल रूम से सीधा संवाद स्थापित करने की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा, सीसीटीवी के जरिए प्रमुख स्टेशनों पर भीड़ प्रबंधन पर नजर रखी जाएगी।
विशेष ट्रेनें और यात्री सुविधाएं
रेलवे ने कुंभ मेले के दौरान 992 विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा की है। इनमें से 300 से ज्यादा ट्रेनें मौनी अमावस्या के विशेष स्नान पर्व के दौरान चलाई जाएंगी। इसके साथ ही 140 गुजरने वाली ट्रेनों को प्रयागराज क्षेत्र में ठहराव दिया गया है, जिससे अधिक से अधिक श्रद्धालु इनका लाभ उठा सकें। इसमें उत्तर रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे डिवीजन की अहम भूमिका होगी।
रेलवे ने इन विशेष ट्रेनों के लिए 174 लंबी रेक तैनात करने की योजना बनाई है। यात्री सुविधाओं को बढ़ाने के लिए 933 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की गई है। इसके अलावा, 3,700 करोड़ रुपये की लागत से रेलवे ट्रैक को दोगुना करने की परियोजना शुरू की गई है।
श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए गेमिंग जोन
महाकुंभ में आने वाले तीर्थयात्रियों के मनोरंजन का भी ध्यान रखा गया है। प्रयागराज जंक्शन पर रेलवे द्वारा एक गेमिंग जोन बनाया जा रहा है। इस गेमिंग जोन में हाई-एंड वीआर क्रिकेट बॉक्स, मोशन थिएटर, जंगल सफारी, एयर हॉकी, और अन्य आकर्षक गेम्स शामिल हैं। यह सुविधा जनवरी 2025 से शुरू होगी, जिससे तीर्थयात्री आध्यात्मिकता के साथ-साथ मनोरंजन का भी आनंद ले सकेंगे।
सुरक्षा और संरक्षा पर विशेष ध्यान
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक उच्चस्तरीय बैठक में कुंभ मेले की तैयारियों की समीक्षा की। बैठक में सुरक्षा और संरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के निर्देश दिए गए। मंत्री ने त्योहारी सीजन में भीड़ प्रबंधन और पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने पर जोर दिया।
प्रयागराज के रेलवे स्टेशन
प्रयागराज शहर के अंदर कुल 10 रेलवे स्टेशन हैं:
- प्रयागराज जंक्शन
- प्रयागराज छिवकी
- प्रयागराज रामबाग
- प्रयागराज संगम
- प्रयाग जंक्शन
- नैनी जंक्शन
- सूबेदारगंज
- बमरौली
- झूंसी
- दारागंज (इसको फिलहाल बंद कर दिया गया है)
प्रत्येक स्टेशन को अपने क्षेत्र के यात्रियों की सुविधाओं के लिए तैयार किया जा रहा है।
विशेष महत्व के स्नान पर्व
महाकुंभ 2025 की शुरुआत 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा स्नान से होगी और इसका समापन 26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर होगा। प्रमुख स्नान पर्व जैसे 14 जनवरी को मकर संक्रांति, 29 जनवरी को मौनी अमावस्या, और 3 फरवरी को वसंत पंचमी, प्रयागराज के त्रिवेणी संगम पर मनाए जाएंगे।
रेलवे की एक बड़ी उपलब्धि डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का पूरा होना है। इससे मालगाड़ियों का संचालन अलग ट्रैक पर किया जाएगा, जिससे यात्री ट्रेनों की समय की पाबंदी और कुंभ मेले के दौरान संचालन में आसानी होगी।
महाकुंभ 2025 के लिए रेलवे की ये तैयारियां न केवल श्रद्धालुओं की यात्रा को सुविधाजनक बनाएंगी, बल्कि महाकुंभ की गरिमा को भी बनाए रखेंगी। रेलवे के इस कदम से प्रयागराज के स्थानीय निवासियों के लिए काफी सुविधाएं बढ़ जाएंगी।
संगम से लेकर मेला क्षेत्र के हर महत्वपूर्ण स्थान जैसे हवाई अड्डा, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, घाट, सड़कें, मंदिर, और ब्रिज सभी पर इन ड्रोन की नजर बनी हुई है। इन विशेष ड्रोनों की मदद से एक क्लिक पर महाकुंभ के 25 सेक्टरों के हर कोने की जानकारी मिल रही है। सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त किया गया है ताकि देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की स्पष्ट दिशा-निर्देश हैं कि महाकुंभ में एक भी श्रद्धालु को किसी प्रकार की परेशानी न हो, और इसके लिए प्रशासन युद्ध स्तर पर तैयारियों में जुटा हुआ है। पढ़ें पूरी खबर