आगामी लोक सभा चुनाव 2019 के लिए सभी नजरें गड़ाए बैठे हैं। चुनाव में एजेंडे और मु्द्दों के लिए मुलाकातों का दौर शुरू हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले एक्टर प्रकाश राज अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के समर्थन में खड़े हो गए हैं। वहीं, अभिनेता से नेता बने प्रकाश राज ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी मुलाकात की। केजरीवाल और प्रकाश राज की मुलाकात पर आम आदमी पार्टी ने बताया कि दोनों के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हुई।

बताया जा रहा है कि, प्रकाश राज ने दिल्ली पहुंच राहुल गांधी से मुलाकात की। कांग्रेस अध्यक्ष से मुलाकात के बाद प्रकाश राज ने कहा कि, वह महिलाओं के खिलाफ नहीं हैं। उनकी कथित रूप से गलत टिप्पणी पर ध्यान नहीं देता। राजनीतिक पारी में हिट होने के लिए प्रकाश राज में सिविल लाइंस में मुख्यमंत्री आवास पर केजरीवाल से भी मुलाकात की। अरविंद केजरीवाल के साथ मुलाकात के बाद अभिनेता प्रकाश राज ने तस्वीरें सोशल मीडिया पर डाली हैं।

वहीं, प्रकाश राज ने मुलाकात के दौरान की तस्वीरें पोस्ट करने के साथ ही केजरीवाल और ‘आप’ का शुक्रिया भी अदा किया। प्रकाश राज ने ट्विटर पर लिखा कि, दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल से मुलाकात। इसके लिए उनका (केजरीवाल) और आम आदमी पार्टी का मेरे राजनीतिक सफर के समर्थन करने करने के लिए धन्यवाद। वहीं, केजरीवाल ने भी प्रकाश राज की तारीफ की। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि, संसद में प्रकाश राज जैसे लोगों की जरूरत है। आम आदमी पार्टी पूरी तरह से आपके साथ है। हम आपके फैसले के साथ हैं।

बता दें कि, साउथ और हिंदी सिनेमा के चर्चित एक्टर प्रकाश राज ने राजनीति में कदम उतरने का ऐलान कर चुके हैं। नए साल के मौके पर उन्होंने अपनी इस नई पारी का ऐलान किया। बीते सालों में राजनीतिक मसलों पर बेबाक राय रखने वाले प्रकाश राज ने ट्वीट करके इस बात की जानकारी दी। पिछले सप्ताह राज ने कहा था कि वह लोकसभा चुनाव 2019 में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर बेंगलुरु मध्य संसदीय सीट से मैदान में उतरेंगे।

गौरतलब है कि, प्रकाश राज कई राजनीतिक मुद्दों पर खुलकर बोलते रहे हैं। वह मोदी सरकार की कई नीतियों के बड़े आलोचक रहे हैं। प्रकाश राज सरकार के खिलाफ उस वक्त ज्यादा आक्रामक हुए जब उनकी मित्र और कन्नड पत्रकार गौरी लंकेश की कथित दक्षिणपंथी तत्वों ने हत्या कर दी। इस दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी से खामोशी तोड़ने की मांग की थी। साथ ही कहा था कि अगर पीएम मोदी इस मामले पर संज्ञान नहीं लेते तो वे अपने सारे राष्ट्रीय पुरस्कार वापस लौटा देंगे।