देश में आम चुनाव हो रहा है। इस दौरान नेता एक दूसरे पर खूब आरोप प्रत्यारोप लगा रहे है। इसी बीच दक्षिण के राज्य कर्नाटक से देश के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते और कर्नाटक के हासन से जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर आरोप लगा है कि रेवन्ना द्वारा सेलफोन से सैकड़ों सेक्स वीडियो बनाए गए हैं। रेवन्ना वर्तमान समय में हासन से ही भाजपा-जेडीएस गठबंधन से लोकसभा उम्मीदवार भी हैं।
रेवन्ना पर यह भी आरोप है कि उसने वीडियो के बदले महिलाओं को ब्लैकमेल भी किया। जिसकी जानकारी सामने आने के बाद कर्नाटक की सिद्धारमैया सरकार ने SIT टीम का गठन करते हुए जांच का आदेश दे दिया है। आखिर इस वीडियो कांड की कहानी सामने कैसे आई, आइए जानते हैं पूरी स्टोरी।
पहली बार मामला आया सामने
पिछले साल 1 जून 2023 को रेवन्ना और उससे जुड़े तीन लोगों के खिलाफ सेक्स वीडियो को लेकर बेंगलुरु की सिविल कोर्ट में मामला दर्ज हुआ था। जिसके बाद 2 जून को ही रेवन्ना ने मीडिया के खिलाफ कोर्ट से इस मुकदमें को रोकने की मांग की थी। इस दौरान रेवन्ना द्वारा कहा गया था कि मीडिया द्वारा उसके खिलाफ फर्जी और एडिटेड वीडियो और फोटो को दिखाकर उसको बदनाम किया जा रहा है।
रेवन्ना के ड्राइवर ने छोड़ दी नौकरी
इस दौरान दायर मुकदमे में जिन तीन लोगों का नाम था उसमें रेवन्ना और उसका ड्राइवर भी था। रेवन्ना का ड्राइवर जो पिछले सात सालों से काम कर रहा था। ड्राइवर जिसे रेवन्ना के परिवार का सदस्य माना जाता था और उसकी रेवन्ना के फोन और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस तक पहुंच थी। लेकिन उसकी 2023 में सांसद के साथ अनबन हो गई और जिसके बाद उसको धमकियां मिलनी शुरू गई गई। मुकदमें में नाम आने के बाद ही ड्राइवर ने रेवन्ना की नौकरी छोड़ दी थी।
बीजेपी नेता ने मामले को लोगों के सामने लाया
इसके बाद ये मुद्दा सार्वजनिक रूप से सभी के सामने आया। पिछले साल हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान होलेनारासिपुरा से बीजेपी उम्मीदवार देवराजे ने रेवन्ना के पिता एचडी रेवन्ना के खिलाफ चुनाव लड़ा था। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में देवराजे ने कहा, “रेवन्ना मुझे गंदा आदमी कह रहा है जबकि उसका बेटा ही गंदा आदमी है। उसकी अश्लील तस्वीरें उस मामले का हिस्सा हैं जो उन्होंने अदालत में दायर किया है।’
रेवन्ना का ड्राइवर कोई भी जानकारी से कर चुका है इनकार
देवराजे ने इसके अलावा यह भी दावा किया कि दिसंबर 2023 में रेवन्ना के खिलाफ दायर एक मामले में उसके पूर्व ड्राइवर का प्रतिनिधित्व शुरू करने के बाद उन्हें वीडियो मिला। देवराजे ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया “मैं जिस ड्राइवर का प्रतिनिधित्व कर रहा था, उससे मुझे रेवन्ना के बेटे की वीडियो और तस्वीरों के बारे में पता चला। मुझे नहीं पता कि उसे ये वीडियो कैसे मिला.’ हालाँकि, रेवन्ना के पूर्व ड्राइवर ने जनवरी में हासन में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में वीडियो के बारे में कोई भी जानकारी से इनकार किया था।
इस दौरान देवराजे ने यह भी दावा किया कि उन्होंने कुछ पीड़ित महिलाओं को मीडिया के सामने लाने पर विचार किया था, लेकिन बाद में वे इसलिए पीछे हट गए क्योंकि यह एक छोटे शहर में उन महिलाओं की गरिमा और आत्मसम्मान से जुड़ा मामला था। “महिलाओं के सम्मान में मैंने वीडियो जारी नहीं किया। इससे उनके घरों में विपत्ति आ जाती। अगर महिलाओं ने आत्महत्या कर ली तो किसे जिम्मेदार ठहराया जाएगा?”
कर्नाटक सरकार द्वारा रेवन्ना की जांच के लिए बनाई गई SIT टीम वीडियो के तकनीकि पहलुओं की जांच करेगी। जिससे ये पता चलेगा कि फोन में शूट किया गया वीडियो सही है या फेक।
देवराजे ने रेवन्ना को लेकर पार्टी नेतृत्व को दी थी जानकारी
देवराजे ने यह भी दावा किया कि उन्होंने प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र को जेडीएस-भाजपा गठबंधन के तहत प्रज्वल को हासन लोकसभा टिकट नहीं देने के लिए लिखा था। ‘एक बहुत ही गंभीर मुद्दा एक और पेन ड्राइव है। ये सभी वीडियो और दस्तावेज़ पहले से ही कांग्रेस के राष्ट्रीय नेताओं के हाथ में हैं।’
इसके साथ ही देवराजे ने कई मौकों पर यह भी दावा किया है कि वीडियो जारी होने से रेवन्ना परिवार की उपस्थिति के बिना जद (एस) का अंततः भाजपा में विलय हो जाएगा। क्योंकि ऐसा कहा जाता है कि परिवार के भीतर एचडी देवेगौड़ा के बेटों – पूर्व मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी और एचडी रेवन्ना के बीच मतभेद हैं।
ऐसे सामने आई पेन ड्राइव
26 अप्रैल को हुए लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण से ठीक एक दिन पहले हासन में सैकड़ों पेन ड्राइव के माध्यम से रेवन्ना के सेक्स वीडियो वितरित किए गए थे। इनमें कथित तौर पर 2,900 से अधिक वीडियो थे, जिन्हें कथित तौर पर सांसद यानी रेवन्ना ने खुद रिकॉर्ड किया है। इस वीडियो के सामने आने के बाद राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष नागलक्ष्मी चौधरी ने DGP और मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को पत्र लिखा। जिसके बाद राज्य सरकार ने पेन ड्राइव पर संज्ञान लिया।
इस दौरान नागलक्ष्मी चौधरी ने कहा था, “हासन में महिलाओं के अश्लील वीडियो वाले पेन ड्राइव वितरित किए जा रहे हैं। यह अब सोशल मीडिया पर भी शेयर हो रहा है। यह बेहद दुखद है और वीडियो में सैकड़ों महिलाएं हैं। महिला आयोग को इससे जुड़ी एक पेन ड्राइव भी मिली है।”
रेवन्ना भागा नहीं जरूरी काम से गया है विदेश
जिसके बाद कर्नाटक सरकार ने वीडियो की जांच के लिए 27 अप्रैल को एसआईटी के गठन का आदेश दिया। इसी बीच ये भी खबर आई कि हासन सहित दक्षिण कर्नाटक के 14 लोकसभा सीटों के लिए 26 अप्रैल को मतदान के तुरंत बाद प्रज्वल रेवन्ना भारत छोड़कर यूरोप चला गया है। हालांकि प्रज्वल के पिता ने इसको लेकर कहा ‘वह भागा नहीं है बल्कि पहले से तय किसी काम से विदेश गया है। वह सभी जांचों का सामना करेंगे। उसे इस बात की जानकारी नहीं थी कि उसके खिलाफ FIR दर्ज की जाएगी और सरकार द्वारा एक SIT गठित की जाएगी।’