Prajwal Revanna Obscene Video Case: जेडीएस सांसद प्रज्वल रेवन्ना द्वारा कथित तौर पर यौन उत्पीड़न की शिकार कई महिलाओं की वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद, उनमें से कई पीड़ितों ने बीते 10 दिनों में कर्नाटक के हासन जिले में अपना घर छोड़ दिया है। हासन जेडीएस के चीफ और पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा का गढ़ है। देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल हासन से मौजूदा सांसद हैं और दोबारा चुनाव लड़ रहे हैं।

प्रज्वल रेवन्ना 26 अप्रैल को हासन में वोटिंग होने के तुरंत बाद देश को छोड़कर चले गए। उनके पिता होलेनरासीपुर के विधायक एचडी रेवन्ना को एक महिला के अपहरण के मामले में शनिवार को गिरफ्तार किया गया। हासन जिले से दूर एक गांव में एक दुकानदार ने कहा कि पूरा जिला एचडी रेवन्ना के कब्जे में है। अगर आप उनके बारे में कुछ भी बुरा बोलते हैं तो वह उनके पास तक बहुत जल्दी पहुंच जाएगा। क्योंकि परिवार और पार्टी के पास बड़ी संख्या में कार्यकर्ता हैं।

अधिकतर महिलाओं ने छोड़ा हासन

इंडियन एक्सप्रेस ने जिले के तीन कस्बों और पांच गांवों का दौरा किया और कई लोगों से बात की। उनमें से कोई भी अपना नाम नहीं बताना चाहता था। प्रज्वल के खिलाफ पहली एफआईआर 28 अप्रैल को एक महिला की शिकायत के आधार पर दर्ज की गई थी, जिसका परिवार अब अपना घर छोड़ चुका है। एक पड़ोसी ने कहा कि महिला रेवन्ना के घर पर काम करती थी। इसके बाद उनके कुछ वीडियो वायरल होने लगे और फिर महिला के घर पर ताला लगा हुआ देखा गया। हमको पता भी नहीं चला कि वह कब चलीं गईं।

पास के एक गांव में, जहां प्रज्वल के खिलाफ रेप का केस दर्ज कराने वाला एक पूर्व जिला पंचायत सदस्य रहता था। एक स्थानीय जेडीएस नेता ने कहा कि पहले पार्टी के लिए काम करने वाली कई महिलाएं अब संपर्क में नहीं हैं। हमने देखा कि पार्टी की कई महिलाएं सोशल मीडिया पर प्रज्वल के साथ अपनी तस्वीरें हटा रही थीं। वहीं, ऐसे भी कुछ मामले सामने आए हैं, जहां पर व्यक्ति अपनी पत्नियों से सांसद के साथ उनके संबंध में सवाल कर रहे हैं। यह कई जिलों की महिलाओं का जीवन बर्बाद कर रहा है।

एक स्थानीय नेता ने कहा कि जिला पंचायत सदस्य ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि उसके साथ तीन साल तक रेप किया गया और इसके वीडियो भी बनाए गए। वह महिला 24 अप्रैल को वहां पर थी और वीडियो अगले दिन सामने आने के बाद तब से वह अपना घर छोड़ चुकी है और हमने उसे नहीं देखा है।

वीडियो क्लिप से महिलाओं की पहचान उजागर होने के बाद कई परिवारों ने हासन को छोड़ दिया है। जब एसआईटी की टीम रेवन्ना के आवास पर पहुंची तो बाहर जमा कार्यकर्ताओं को महिलाओं के बारे में बात करते हुए सुना गया। किसी ने कहा कि मैं इस महिला को जानता हूं, वह हमारे आवास के करीब रहती थी और जेडीएस की गतिविधियों में बहुत सक्रिय थी। उसका घर बंद है और उसके बहुत छोटे बच्चे हैं। वहीं,दूसरे ने कहा कि वह मेरे पड़ोसी की रिश्तेदार है और हमारे पारिवारिक समारोहों में एक में शामिल हुईं थी।

प्रज्वल की वजह से ढह गई देवेगौड़ा की विरासत

एक दुकानदार ने कहा कि महिलाओं के चेहरे उजागर करना वास्तव में गलत था। मैं उनमें से कुछ को जानता हूं और वे छिप गए हैं। उन्होंने कहा कि ये परिवार मामले दायर नहीं करना चाहते क्योंकि रेवन्ना के परिवार के खिलाफ मामला लड़ते हुए हासन में जीवित रहना असंभव है। वहीं, कई स्थानीय जेडीएस नेताओं ने वीडियो पर हैरानी जताई। कुछ ने देवेगौड़ा के प्रति सहानुभूति व्यक्त की। एक पार्टी के कार्यकर्ता ने कहा कि देवेगौड़ा ने अपने जीवन के चार दशकों से ज्यादा का बलिदान देकर अपनी राजनीतिक विरासत बनाई और यह प्रज्वल के आपराधिक कृत्यों की वजह से ढह गई।

प्रज्वल फार्म हाउस पर करता था पार्टी

पदुवलहिप्पे गांव में देवेगौड़ा में ने वोट डाला था। एक स्थानीय नेता ने कहा कि वीडियो क्लिप के वायरल होने के बाद पार्टी ने प्रचार नहीं किया। उन्होंने कहा कि इस निर्वाचन क्षेत्र के युवाओं के पास अपने फोन पर वीडियो थे। हम लोगों का सामना कैसे कर सकते हैं और प्रज्वल के लिए वोट डालने के लिए कैसे कह सकते हैं। गांव में आठ फुट की दीवार से घिरा एक बड़ा फार्महाउस है। इसको एसआईटी की टीम ने देखा था। प्रज्वल अक्सर फार्महाउस जाता था। यहीं पर कथित तौर पर कुछ वीडियो रिकॉर्ड किए जाते थे। एक कर्मचारी ने आगे कुछ भी बोलने से मना कर दिया और कहा कि प्रज्वल दोस्तों के साथ यहां पर आता था और पार्टी करता था।

एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि जिला खुफिया इकाई को वीडियो क्लिप के बारे में पता था, लेकिन मुद्दे की गंभीरता के बारे में अंदाजा नहीं था। अधिकारी ने आगे कहा कि पेन ड्राइव 2023 में कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले प्रसारित हो रही थी, लेकिन उस समय वीडियो सामने नहीं आए। प्रज्वल को वीडियो क्लिप के संबंध में 86 मीडिया आउटलेट्स और तीन निजी व्यक्तियों के खिलाफ 1 जून, 2023 को बेंगलुरु सिविल कोर्ट से एक गैग ऑर्डर मिला था।

निजी व्यक्तियों में से एक वकील और स्थानीय भाजपा नेता जी देवराजे गौड़ा थे। प्रज्वल के पूर्व ड्राइवर कार्तिक ने कहा है कि उन्होंने देवराजे गौड़ा के साथ पेन ड्राइव शेयर की थी। अधिकारी ने आगे कहा कि इस साल जनवरी के महीने में देवराजे गौड़ा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी, जहां यह अनुमान लगाया गया था कि वह वीडियो जारी करेंगे, लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस अचानक रद्द कर दी गई।