देश की राजधानी दिल्ली में नवनिर्मित ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी 14 अप्रैल को करेंगे। इसमें देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का चित्रण संस्थान निर्माता के रूप में किया गया है। नए सिरे से विकसित इस संग्रहालय में देश के सभी प्रधानमंत्रियों से जुड़ी यादों और उनके कृतित्व को दर्शाया गया है। इस संग्रहालय में पंडित नेहरू की तस्वीर पीएम मोदी के सामने लगाई गई है।
नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी की कार्यकारी परिषद के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ में पंडित नेहरू को संस्थान निर्माता के तौर पर चित्रित किया गया है। प्रधानमंत्री के पूर्व प्रमुख सचिव रहे नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि इस संग्रहालय में पीएम नेहरू से लेकर मनमोहन सिंह तक सारे प्रधानमंत्रियों के जीवन, कार्यों और देश के प्रति उनके योगदान को दर्शाया गया है। इसके अलावा कई लोकतांत्रिक मूल्यों को रेखांकित किया गया है।
इस दौरान नृपेंद्र मिश्रा ने ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ की कुछ अनूठी विशेषताओं का जिक्र किया और कहा, “ऐसा कहा जाता है कि पीएम नेहरू ने लोकतांत्रिक संस्थान के निर्माण में प्रमुख भूमिका निभाई और प्रत्येक संस्थान में विश्वास करते थे। इस सभी चीजों को ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ में दिखाया गया है। इक संस्थान निर्माता के रूप में उनकी क्या भूमिका थी, इन सभी चीजों को संग्रहालय में दिखाया गया है।”
जनवरी 2020 में नृपेंद्र मिश्रा को कार्यकारी परिषद का चेयरमैन चुना गया था। उन्होंने कहा कि ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ को और बड़ा बनाना होगा, यह एक प्रकार से थिंक टैंक बन जाएगा। नृपेंद्र मिश्रा ने कहा, “मुझे लगता है कि यह लोकतंत्र का घर है और अगर यहां पर लोकतंत्र के मुद्दों पर चर्चा होती है तो ये संग्रहालय सार्थक हो जाएगा।”
14 अप्रैल को पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन
नृपेंद्र मिश्रा ने आगे कहा कि इन दो इमारतों एनएमएमएल और ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ से एक लोकतांत्रिक किरण निकलती रहे और देश को इसका लाभ मिलता रहे। बता दें कि अंबेडकर जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्रियों को समर्पित ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ का उद्घाटन करेंगे।