ट्रेनी आईएएस पूजा खेडकर पर लगातार जालसाजी के आरोप लग रहे हैं। उनके ऊपर शुरुआती आरोप उनकी अनुचित मांगों से जुड़े थे। अब कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग ने उनके नाम एक कारण बताओ नोटिस जारी किया है। उनसे 2 अगस्त तक आरोपों पर जवाब देने को लेकर भी कहा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कहा गया है कि पूजा खेडकर को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और उनके खिलाफ लगे आरोपों पर स्थिति स्पष्ट करने को कहा गया है। उनके ई मेल, घर के पते पर भी नोटिस भेजा गया है।
नोटिस में क्या है?
कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT) ने सोमवार को टाइम्स ऑफ इंडिया को बताया कि अलग-अलग एजेंसियों द्वारा पूछताछ के बाद 26 जुलाई को ईमेल के साथ-साथ उनके डाक पते पर कारण बताओ नोटिस भेजा गया था। खेडकर को नोटिस का जवाब देने के लिए सात दिन का समय दिया गया है। एक अधिकारी ने कहा, “प्रक्रिया के मुताबिक जारी किए गए नोटिस में उनसे जवाब मांगा गया है, जो उन्हें या तो व्यक्तिगत रूप से डीओपीटी के समक्ष आकर देना होगा या लिखित रूप में भेजना होगा।”
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के लिए बता दें कि पूजा खेडकर 2023 बैच की आईएएस अधिकारी हैं। पूजा को पुणे में प्रोबेशन पीरियड के दौरान एडीएम के तौर पर नियुक्त किया गया था। उनके ऊपर आरोप लगा कि काम को संभालने से पहले ही पूजा ने अनुचित मांगे करनी शुरू कर दी।
वह उनको मिलनी सुविधाओं की जानकारी कलेक्टर से मांग रही थीं। कलेक्टर ने इसकी शिकायत कर दी। पूजा खेडकर उस समय चर्चा में आईं जब उन पर अपनी निजी ऑडी कार पर लाल बत्ती लगाने का मामला सामने आया। इतना ही नहीं उन पर आस-पास के लोगों को धमकाने का आरोप भी लगा। पुणे जिला कलेक्टरेट में प्रशिक्षण के दौरान ऐसी सुविधाएं और भत्तों की मांग करके ताकत और विशेषाधिकारों का दुरुपयोग करने का आरोप है, जिनकी वह हकदार नहीं थीं। इसके बाद पुलिस ने उनके खिलाफ मामला दर्ज कर लिया।