Andhra Pradesh Politics: आंध्र प्रदेश में सत्ता परिवर्तन होने के बाद से वहां का राजनीतिक और सियासी घटनाक्रम तेजी से बदल रहा है। क्योंकि अब राज्य की सत्ता जगन (YSRCP चीफ) नहीं, बल्कि उनके चिर प्रतिद्वंद्वी और टीडीपी के चीफ चंद्रबाबू नायडू के हाथों में है। जो केंद्र की मोदी सरकार में सहयोगी की भूमिका में हैं। यही वजह है कि वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) के दो राज्यसभा सांसदों- मोपीदेवी वेंकटरमण राव और बीधा मस्थान राव के उच्च सदन की सदस्यता से इस्तीफा देने के बाद ऐसा माना जा रहा है कि कम से कम छह और वाईएसआरसीपी सांसद राज्यसभा से बाहर हो सकते हैं।

सूत्रों के अनुसार, वेंकटरमण और मस्तान ने हाल ही में टीडीपी प्रमुख और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात की। कयास लगाए जा रहे हैं कि वो जल्द ही टीडीपी में शामिल होंगे। टीडीपी के सूत्रों ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “वेंकटरमण को फिर से राज्यसभा सांसद के रूप में नामित किया जाएगा , जबकि मस्तान बिना किसी शर्त के टीडीपी में शामिल होने के लिए सहमत हो गए हैं।”

टीडीपी के एक अंदरूनी सूत्र ने बताया कि वाईएसआरसीपी के कम से कम छह और राज्यसभा सांसद बाहर हो सकते हैं। सूत्र ने बताया, “उनमें से कुछ टीडीपी में शामिल होंगे जबकि कुछ के भाजपा में शामिल होने की संभावना है।”

दलबदल के साथ, टीडीपी फिर से उच्च सदन में प्रवेश करने के लिए तैयार है। 2019 से आंध्र से सभी 11 राज्यसभा सीटें वाईएसआरसीपी के पास हैं।

अंदरूनी सूत्रों ने बताया कि वाईएसआरसीपी के सांसदों को “अप्रासंगिक” महसूस होने लगा है। सूत्र ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “(पार्टी प्रमुख) जगन मोहन रेड्डी के विभिन्न मुद्दों पर रुख के बारे में भी कोई स्पष्टता नहीं है। हालांकि उन्होंने एनडीए के स्पीकर के चयन का समर्थन किया था, लेकिन बाद में उन्हें इंडिया ब्लॉक के साथ घुलते-मिलते देखा गया। सांसदों को लगता है कि सत्ता से बाहर रहना उन्हें उच्च सदन में अप्रासंगिक बना रहा है।”

कई बार विधायक रह चुके और एन किरण कुमार रेड्डी और वाईएस राजशेखर रेड्डी मंत्रिमंडल में मंत्री रह चुके वेंकटरमण को जगन का वफादार माना जाता था, लेकिन हाल ही में हुए चुनावों में रेपल्ले विधानसभा सीट से टिकट न मिलने के बाद से वे वाईएसआरसीपी से नाराज हैं। चुनावों में टीडीपी-जनसेना पार्टी (जेएसपी)-बीजेपी गठबंधन ने वाईएसआरसीपी को करारी शिकस्त दी, जो राज्य में 11 सीटों पर सिमट कर रह गई।

जब वे किरण कुमार रेड्डी मंत्रिमंडल में थे, तब वेंकटरमण को पूर्व मंत्री धर्मना प्रसाद राव के साथ सीबीआई ने कथित वडारेवु और निजामपट्टनम औद्योगिक गलियारा (वीएएनपीआईसी) घोटाले के सिलसिले में गिरफ्तार किया था। गुरुवार को पार्टी से इस्तीफा देने वाले वाईएसआरसीपी के दूसरे सांसद मस्तान, जिन्हें आंध्र के राजनीतिक हलकों में नायडू का करीबी माना जाता है। वो हाल ही में तब चर्चा में आए थे, जब उनकी बेटी ने चेन्नई में अपनी लग्जरी कार से एक व्यक्ति को टक्कर मार दी थी। वे एक उद्योगपति हैं और बीएमआर ग्रुप ऑफ कंपनीज के चेयरमैन हैं, जो देश में झींगा के सबसे बड़े निर्यातकों में से एक है।

(पुष्कर बनाकर की रिपोर्ट)