हरियाणा पुलिस ने राज्य के कॉपरेशन मिनिस्टर मनीष ग्रोवर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। मनीष पर हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के दौरान ‘पोलिंग बूथ पर कब्जा करने’ की कोशिश का आरोप है। मामला 12 मई को रोहतक में हुई घटना से जुड़ा हुआ है। कोर्ट के आदेश के बाद पुलिस ने यह कार्रवाई की है।
बता दें कि रोहतक डिस्ट्रिक्ट बार असोसिएशन के प्रेसिडेंट लोकिंदर सिंह फोगाट ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए आरोप लगाया था कि अफसरों से इस मामले में शिकायत के बावजूद पुलिस ने केस नहीं दर्ज किया। वहीं, कोर्ट के आदेश के छह दिन बाद पुलिस ने मंगलवार को ग्रोवर और एक अन्य बीजेपी कार्यकर्ता रमेश लोहार के खिलाफ मंगलवार को मामला दर्ज किया।
मंत्री के एक नजदीकी ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा कि मामला कोर्ट के विचाराधीन है, इसलिए इस पर फिलहाल टिप्पणी करना सही नहीं है। उन्होंने कहा, ‘हमें न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है।’ बता दें कि फोगाट ने अपनी शिकायत में कहा था कि मंत्री और 50-60 ‘शरारती तत्वों’ ने 12 मई को रोहतक में एक बूथ पर कब्जा करने की कोशिश की थी। इस बूथ पर लोकसभा चुनाव के लिए मतदान हो रहा था।
आरोप के मुताबिक, मंत्री और बाकी आरोपियों ने बूथ नंबर 143, 145 और 146 पर वोटरों और पोलिंग स्टाफ को धमकाया। फोगाट के मुताबिक, जब पूर्व कांग्रेस विधायक बीबी बत्रा ने ग्रोवर से पूछा कि वह किस हैसियत से बूथ में घुसे हैं तो दोनों के बीच झड़प भी हुई। शिकायतकर्ता ने आगे कहा कि उन्होंने रोहतक के डिप्टी कमिश्नर को इस मामले का वीडियो फुटेज भी भेजा था।
बता दें कि फोगाट की शिकायत के बाद रोहतक जुडिशल मजिस्ट्रेट विवेक सिंह ने 3 जून को मंत्री और रमेश लोहार के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था। हालांकि, पुलिस ने अडिशनल डिस्ट्रिक्ट ऐंड सेशंस जज रितू वाईके बहल की अदालत में एक रिविजन पिटिशन दाखिल की, जो 24 जुलाई को खारिज कर दी गई। इसके बाद, पुलिस ने धमकाने, धोखाधड़ी, साजिश, आर्म्स ऐक्ट आदि विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया है।
पूर्व में बत्रा के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री ने कहा था कि इस पूरे मामले की साजिश कांग्रेस ने रची है। उनके मुताबिक, लोकसभा चुनावों में हार के अंदेशे से घबराई कांग्रेस ने यह साजिश रची। ग्रोवर ने यह बयान 16 मई को दिया था। बता दें कि आम चुनाव के दौरान रोहतक के नतीजों पर बहुत सारे लोगों की नजरें थीं। यहां बीजेपी के अरविंद शर्मा ने तीन बार के सांसद दीपेंदर सिंह हुडा को बेहद कम अंतर से हराया था।

