पीएनबी घोटाले के आरोपी मेहुल चोकसी की मुश्किलें बढ़ गयी है! खबरों के अनुसार कैरिबियाई राष्ट्र के निवेश कार्यक्रम के तहत मिली नागरिकता को एंटीगुआ और बारबुडा ने रद्द कर दिया है। हालांकि मेहुल चोकसी के वकील ने इस बात का खंडन किया है। वकील विजय अग्रवाल ने कहा कि मेरे मुवक्किल मेहुल चोकसी ने स्पष्ट किया है कि वो एंटीगुआन नागरिक हैं। उनकी नागरिकता को रद्द नहीं हो सकती है।
गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में भगोड़ा कारोबारी मेहुल चोकसी पर हुई छापेमारी में प्रवर्तन निदेशालय ने 14 करोड़ रुपये से ज्यादा की संपत्ति जब्त की थी। चोकसी लंबे समय से एंटीगुआ और बारबुडा में रह रहा है। बैंक के साथ धोखाधड़ी के मामले में पार्टनर, मेहुल चोकसी रिश्ते में नीरव मोदी का मामा है।
My client Mehul Choksi has clarified that he is very much an Antiguan citizen. His citizenship has not been revoked: Fugitive diamantaire Mehul Choksi’s advocate Vijay Aggarwal to ANI, on reports of revocation of Choksi’s citizenship by an Antiguan civil court
— ANI (@ANI) March 1, 2021
2017 में हासिल कर ली थी एंटीगुआ की नागरिकता: 60 साल के चोकसी ने नवंबर 2017 में एंटीगुआ की नागरिकता हासिल कर ली थी। जिसके कुछ ही दिनों बाद उसने भारत छोड़ दिया था।
बताते चलें कि हाल ही में वांछित हीरा कारोबारी नीरव मोदी के भारत प्रत्यर्पण पर ब्रिटेन की एक अदालत ने फैसला सुनाया था। कोर्ट ने कहा था कि सबूतों के आधार पर नीरव मोदी को दोषी ठहराया जा सकता है। वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में कहा गया था कि बैंक के अधिकारियों के साथ नीरव मोदी के स्पष्ट संबंध थे।
क्या है पूरा मामला?: नीरव मोदी ने पीएनबी की बार्टी हाउस शाखा के अधिकारियों के साथ मिलकर लगभग 11 हजार करोड़ रुपये से अधिक फर्जी ऋणपत्रों के माध्यम से प्राप्त किया था। इसके लिए उसने कई पोंजी योजना की भी शुरुआत की थी। इस मामले में नीरव मोदी के अलावा उनकी पत्नी एमी मोदी, भाई निशल मोदी और मामा मेहुल चोकसी भी आरोपी है।