गुजरात पुलिस ने पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (पीएमएसए) के 10 जवानों के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास के आरोप में एफआईआर दर्ज की है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, गुजरात तट से दूर अरब सागर में एक भारतीय मछली पकड़ने वाली नाव पर कथित तौर पर गोलीबारी की गई, जिसमें चालक दल के एक सदस्य की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया।
एक अधिकारी ने बताया कि भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या), 307 (हत्या का प्रयास) और 114 और शस्त्र अधिनियम के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत पोरबंदर जिले के नवी बंदर पुलिस स्टेशन में रविवार रात प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
एफआईआर के मुताबिक, 10 अज्ञात पीएमएसए कर्मियों ने शनिवार शाम लगभग 4 बजे भारतीय मछली पकड़ने वाली नाव ‘जलपरी’ में आग लगा दी। इस घटना में महाराष्ट्र के पालघर जिले के एक मछुआरे श्रीधर चमरे (32) की मौत हो गई और एक मछुआरा दिलीप सोलंकी (34) घायल हो गया। वह दीव का रहने वाला था।
दिलीप का गुजरात के देवभूमि द्वारका जिले के ओखा तटीय शहर के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। बता दें कि भारतीय नाव पर चालक दल के 7 सदस्य थे।
एक सरकारी सूत्र ने रविवार को बताया कि हमने इस घटना को गंभीरता से लिया है और हम इस मुद्दे को पाकिस्तान के साथ कूटनीतिक रूप से उठाने जा रहे हैं।
इस बीच, पोरबंदर के एक मछुआरे नेता मनीष लोधारी का कहना है कि पीएमएसए ने कथित तौर पर एक अन्य मछली पकड़ने वाली नाव ‘श्री पद्मनी’ पर सवार छह मछुआरों को पकड़ लिया और उनकी नाव को भी जब्त कर लिया।
सूत्रों का कहना है कि ये दोनों नाव (श्री पद्मनी और जल परी) मछली पकड़ने वाले ट्रॉलरों के एक ही समूह का हिस्सा थे। ये गुजरात के जखाऊ तट पर काम कर रहे थे।
बता दें कि बीते साल फरवरी में भी समुद्र में पाकिस्तान द्वारा पकड़े जाने वाले मछुआरों की संख्या में तेजी आई थी। गुजरात सरकार ने तब राज्य विधायिका को बताया था कि पीएमएसए ने पिछले साल 13 से 18 फरवरी के बीच 4 अलग-अलग घटनाओं में 11 मछली पकड़ने वाली नौकाओं और 63 चालक दल (मछुआरों) को जब्त किया। इनमें से 23 मछुआरों को पाकिस्तान ने एक ही दिन (13 फरवरी, 2020) को पकड़ा था।