बीजेपी के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी का आज 92वां जन्मदिन है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। पीएम ने उन्हें बधाई देते हुए एक के बाद एक ताबड़तोड़ ट्वीट किए। उन्होंने कहा कि आडवाणी ने विचारधारा से कभी समझौता नहीं किया और हमेशा को देश को संजो कर रखेगा।

पीएम ने ट्वीट किया ‘स्कॉलर, स्टेट्समैन और सम्मानीय नेताओं में से एक लालकृष्ण आडवाणी के योगदान को देश कभी नहीं भूल सकता। उन्होंने हमेशा जनता के लिए काम किया। उनके जन्म दिन के अवसर पर मैं उन्हें ढेर सारी शुभकामनाएं। मैं उनके स्वस्थ और दीर्घायु की कामना करता हूं।’

उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा ‘आडवाणी जी ने दशकों तक बीजेपी की मजबूती के लिए काम किया। हमारी पार्टी भारतीय राजनीति के एक प्रमुख ध्रुव के रूप में उभरी है, तो यह आडवाणी जी जैसे नेताओं और निस्वार्थ कार्यकर्ताओं की वजह से है जिन्होंने दशकों तक इसके लिए काम किया।

आडवाणी जी के लिए सार्वजनिक सेवा हमेशा मूल्यों से जुड़ी रही है। उन्होंने विचारधारा से कभी नहीं किया समझौता। जब हमारे लोकतंत्र की रक्षा करने की बात आई, तो वह सबसे आगे रहे। एक मंत्री के रूप में उनके प्रशासनिक कौशल को सभी मानते हैं।

बता दें कि आडवाणी को बीजेपी का लौह पुरुष भी कहा जाता है। पीएम नरेंद्र मोदी उनसे मिलने उनके आवास पर पहुंचे। इस दौरान गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद रहे।

आडवाणी का जन्म आठ नवंबर 1927 को कराची शहर में एक संपन्न सिंधी संयुक्त परिवार में हुआ था। आडवाणी ने खुद अपनी आत्मकथा में बताया है कि वो 34 चचेरे भाई-बहनों के बीच पले-बढ़े थे। उनकी शुरुआती पढ़ाई-लिखाई कराची के सबसे बेहतरीन स्कूल माने जाने वाले सेंट पैट्रिक में हुई।

उनके पिता किशनचंद कारोबारी और मां ज्ञानी देवी गृहिणी थीं। उनके दादा धर्मदास खूबचंद आडवाणी संस्कृत के विद्वान और सरकारी हाई स्कूल के प्रिंसपल थे। उनकी एक बहन है, शीला जो उनसे छह साल छोटी हैं और अभी मुंबई में रहती हैं।