PM Modi Swearing-in Ceremony (नरेंद्र मोदी शपथ ग्रहण समारोह): नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की पूर्व संध्या पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने एनडीए के सहयोगी दलों के साथ मैराथन बैठक की। बैठक में मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले नामों के अंतिम रूप देने पर चर्चा हुई।
मोदी से मिलने से पहले शाह ने बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू नेता नीतीश कुमार के साथ मुलाकात की। मुलाकात में एनडीए सरकार ने सहयोगी के प्रतिनिधि पर चर्चा की गई। बैठक से संकेत मिले कि तीन साल बाद एनडीए में वापसी करने वाली जदयू की नई सरकार में महत्वपूर्ण भूमिका हो सकती है।
शाह ने अन्य भाजपा नेताओं से फोन पर बातचीत कर मंत्रिपद को लेकर उनकी पसंद पर बाचतीत की। कुमार एकमात्र ऐसे सहयोगी थे जिनसे शाह ने खुद मुलाकात की। इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। अमित शाह ने भी भाजपा के नेताओं के साथ ही पीएमओ के शीर्ष अधिकारियों के साथ कई बैठकें की।
शाह ने जिन भाजपा नेताओं से मुलाकात की उनमें पीयूष गोयल, नरेंद्र सिंह तोमर और अर्जुन राम मेघवाल शामिल रहे। नई सरकार में भूमिका को लेकर जदयू के नेता ने आधिकारिक रूप से तो कुछ नहीं कहा लेकिन उन्होंने संकेत दिए कि पार्टी की तरफ से एक कैबिनेट मंत्री और एक राज्य मंत्री हो सकता है।
अन्य सहयोगी लोक जनशक्ति पार्टी की तरफ से राम विलास पासवान मंत्रिमंडल में शामिल हो सकते हैं। इससे पहले बुधवार को महाराष्ट्र में भाजपा की सहयोगी शिवसेना की तरफ से अरविंद सावंत का नाम मंत्री पद के लिए सुझाया गया था। अरविंद ने साउथ मुंबई से कांग्रेस के मिलिंद देवड़ा को हराया है। 67 वर्षीय सावंत दो बार महाराष्ट्र विधान परिषद् के सदस्य रह चुके हैं।
सूत्रों ने बताया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को फोन कर एक सांसद का नाम मांगा था। शिवसेना में इस बार 18 सीटें जीती हैं। शिवसेना की तरफ से दो वरिष्ठ नेता अनंत गीते और आनंद राव अदसुद भी मंत्रीपद के लिए मजबूत दावेदार हो सकते हैं।
नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के साथ ही बिम्स्टेक देशों के प्रतिनिधि भी मौजूद रहेंगे।