केरल में अगले साल मई के पहले नई सरकार शपथ लेगी। इसे ही ध्यान में रखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18 महीने के कार्यकाल में पहली बार सोमवार को केरल का दौरा शुरू किया। हालांकि पीएम का यह दौरा शुरू होते ही विवादों में आ गया है। सवाल उठ रहे हैं कि पूर्व सीएम कांग्रेस नेता आर शंकरन के मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में सीएम ओमान चांडी को शामिल होने से क्यों रोका गया।

बहरहाल, पीएम मोदी सोमवार को वायुसेना के विशेष विमान से नौसेना के हवाईअड्डे पहुंचे। यहां उनकी अगवानी करने वालों में केरल के राज्यपाल पी.सतशिवम और मुख्यमंत्री ओमान चांडी शामिल थे। संसद के दोनों सदनों में सोमवार को इस बात पर हंगामा हुआ कि मंगलवार को होने वाले जिस समारोह में मोदी को भाग लेना है, उसमें चांडी को क्यों नहीं बुलाया गया।

मोदी मंगलवार को युद्धपोत आईएनएस विक्रमादित्य पर नौसेना कमांडरों के सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इसके बाद वह कोल्लम जाएंगे और यहां राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता आर.शंकर की प्रतिमा का अनावरण करेंगे। प्रतिमा अनावरण कार्यक्रम के आयोजक श्रीनारायण धर्म परिपालाना योगम के महासचिव वेल्लापल्ली नटेसन हैं। उन्होंने पहले कार्यक्रम में आने के लिए चांडी को न्योता भेजा था, लेकिन बाद में उन्हें मना कर दिया गया।

मोदी समाज सुधारक श्रीनारायण गुरु के वरकला स्थित निवास स्थान जाएंगे, वहां वह पौधारोपण करेंगे और श्रीनारायण मठ के संतों से मिलेंगे। वापस लौटने से पहले मोदी चांडी कैबिनेट से मुलाकात करेंगे।

इन सब के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि वह भगवान अयप्पा के दर्शनों के लिए सबरीमाला जाना चाहते हैं। केरल के दो दिन के दौरे पर आए मोदी ने कहा कि हालांकि वह ऐसे समय दर्शन करना चाहेंगे जब उनके दौरे से तीर्थयात्रियों को ज्यादा परेशानी न हो।

मोदी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘मैं अपनी यात्रा के शुरू में सोच रहा था कि मैं इसकी शुरुआत सबरीमाला से करूंगा, लेकिन कुछ कारणों से ऐसा नहीं हो पाया।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने अपने अधिकारियों से सबरीमाला का कार्यक्रम इस तरह बनाने को कहा कि उनकी वजह से हजारों तीर्थयात्रियों को कोई परेशानी न हो। मोदी ने इस दौरान क्रिसमस और नववर्ष की शुभकामनाएं भी दीं।