कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार (छह अक्टूबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर नया आरोप लगाया। ट्वीट कर उन्होंने कहा कि पीएम ने अपने सबसे अच्छे दोस्त को एक और बिजनेस संबंधी सौगात दे डाली। कांग्रेस अध्यक्ष ने यहां बगैर नाम लिए अनिल अंबानी का जिक्र किया और ट्वीट में एक खबर का लिंक साझा किया। खबर का शीर्षक ‘क्या जम्मू-कश्मीर में केंद्र सरकार रिलायंस कंपनी के बीमा का समर्थन कर रही है?’ था।

राहुल ने इसी के आधार पर पीएम पर आरोप लगाया कि घाटी के तकरीबन चार लाख सरकारी कर्मचारियों को रिलायंस का स्वास्थ्य बीमा खरीदने को मजबूर किया जाएगा। टि्वटर पर उन्होंने लिखा, “जब आपका बेस्ट फ्रेंड फॉरएवर (बीएफएफ) पीएम हो, तब आप 1,30,000 करोड़ रुपए की राफेल डील पा सकते हैं। वह भी बगैर किसी अनुभव के। लेकिन जरा ठहरिए। अभी कुछ और भी चीजें हैं। कश्मीर सरकार के तकरीबन चार लाख कर्मचारी को केवल एक ही कंपनी (रिलायंस) का स्वास्थ्य बीमा लेना पड़ेगा।”

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पीटीआई के मुताबिक, 20 सितंबर को घाटी में राज्यपाल शासन ने सरकारी कर्मचारियों के लिए ग्रुप मेडिक्लेम हेल्थ इंश्योरेंस योजना निकाली थी। हालांकि, इस पॉलिसी का टाई-अप अनिल अंबानी की रिलायंस जनरल इंश्योरेंस से है। रिपोर्ट्स के अनुसार, योजना के तहत कर्मचारियों के लिए 8,777 रुपए, जबकि पेंशनभोगियों के लिए 22,229 रुपए सालाना प्रीमियम तय किया गया।

रिपोर्ट्स में प्रिंसिपल सेक्रेट्री नवीन के.चौधरी के हवाले से कहा गया कि यह योजना पब्लिक सेक्टर बैंक (पीएसबी), स्वायत्त संस्थाओं और विश्वविद्यालयों के कर्मचारियों के लिए अनिवार्य है, जबकि बाकी श्रेणी के कर्मचारियों और पेंशनभोगियों के लिए यह वैकल्पि होगी। यानी उनके लिए यह जरूरी नहीं होगी।

आपको बता दें कि राहुल ने इससे पहले राफेल विमान डील को लेकर पीएम को घेरा था। उनका कहना था कि इस डील में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार किया गया। देश में इस डील को लेकर सबसे अधिक हो-हल्ला तब हुआ था, जब फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने एक साक्षात्कार में बताया था कि अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस का नाम उन्हें भारत सरकार ने सुझाया था। उनके पास और कोई विकल्प नहीं था।