अगले कुछ दिनों में अगर आप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के ट्विटर फॉलोअर्स की लिस्ट में लाखों की कमी देखते हैं तो इसमें हैरान होने की जरूरत नहीं है। टीम इंडिया के कैप्टन विराट कोहली को भी अपने फैन्स का नुकसान झेलना पड़ सकता है। दरअसल ट्विटर फेक न्यूज और गलत सूचनाओं के प्रसार को रोकने के लिए बड़े पैमाने पर फर्जी अकाउंट को सस्पेंड कर रहा है। इस कवायद में ट्विटर ने पिछले कुछ महीनों में 10 लाख से ज्यादा अकाउंट सस्पेंड कर दिये हैं। यही नहीं रोजाना लगभग 50 हजार स्पैम अकाउंट को ब्लॉक किया जा रहा है। माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर बड़ी सक्रियता से उन बॉट अकाउंट्स पर नजर रख रहा है, जिसकी मदद से किसी शख्स के ट्विटर हैंडल के फ़ॉलोअर बढ़ाये जाते हैं।

क्या हैं ट्विटर बॉट्स- दरअसल बॉट शब्द रोबॉट का शॉर्ट फॉर्म है। ये ट्विटर बॉट एक सॉफ्टवेयर प्रोग्राम है जो अपने आप पोस्ट भेजता रहता है। बॉट्स को अगर तकनीती शब्दों में परिभाषित करें तो ये कम्प्यूटर प्रोग्राम हैं जो स्वचालित काम करते हैं। इनकी प्रोग्रामिंग ऐसी होती है कि इनका पता लगाना मुश्किल होता है। बॉट्स का इस्तेमाल किसी भी मुद्दे को ट्रेंड करने के लिए, एक मैसेज को प्रसारित करने के लिए या फिर लोगों का ध्यान आकर्षित कर नीतियों में बदलाव लाने के लिए किया जाता है।

सोशल मीडिया एनालिटिक्स फर्म ट्विटर ऑडिट के मुताबिक पीएम मोदी, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को लाखों फर्जी अकाउंट से फॉलो किया जाता है। रिपोर्ट के मुताबिक पीएम मोदी जो कि ट्विटर पर तीसरे सबसे ज्यादा फोटो किये जाने वाले व्यक्ति हैं, उनके 23 प्रतिशत फॉलोअर्स फेक हैं। दावा किया गया है कि पीएम मोदी 43 मिलियन फॉलोअर्स में लगभग 10 मिलियन फॉलोअर्स फर्जी हैं। जबकि राहुल गांधी के लगभग ढाई मिलियन फॉलोअर्स फर्जी हैं। ट्विटर पर बेहद सक्रिय दिखने वाली सुषमा स्वराज के 21 फीसदी फॉलोअर्स फेक हैं। कांग्रेस के ट्विटर हैंडल पर पार्टी को जितने लोग फेक करते हैं उनमें 21 फीसदी फेक हैं, जबकि बीजेपी के 30 फीसदी फॉलोअर्स नकली हैं। टीम इंडिया के कैप्टन विराट कोहली के 50 फीसदी से ज्यादा फॉलोअर्स फेक हैं। इसलिए अगर ट्विटर अपनी पॉलिसी के तहत इन नकली अकाउंट को सस्पेंड या ब्लॉक करता है, तो इनके फॉलोअर्स की संख्या में जबर्दस्त कमी आ सकती है।