रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) के पूर्व प्रमुख अमरजीत सिंह दुलत (Amarjit Singh Dulat) ने कहा कि उन्हें लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) पिछले कुछ महीनों से राजनीतिक और आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान (Pakistan) को उबार लेंगे। उन्होंने कहा कि हमें अपने पड़ोसियों को व्यस्त रखने की जरूरत है।

रॉ के पूर्व निदेशक दुलत ने समाचार एजेंसी पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि पाकिस्तान से बात करने के लिए हर समय सबसे अच्छा समय होता है। उन्होंने कहा, “हमें अपने पड़ोसियों को व्यस्त रखने की जरूरत है। थोड़ा और सार्वजनिक जुड़ाव के साथ बातचीत को खुला रखना अनिवार्य था। इस साल मेरा अनुमान है कि पीएम मोदी पाकिस्तान को राहत देंगे। अंदर की कोई जानकारी नहीं है, लेकिन यह मेरा अनुमान है।”

गिरते विदेशी मुद्रा भंडार, राष्ट्रव्यापी बिजली कटौती, राजनीतिक अस्थिरता और गिरते पाकिस्तानी रुपये ने पहले ही पाकिस्तान को आईएमएफ से बेलआउट पैकेज मांगने के लिए विवश किया है। कई विश्लेषकों का मानना ​​है कि अतीत में इसी तरह के संकट से निपटने का पाकिस्तान का तरीका, जहां उसने “अपनी भू-राजनीतिक स्थिति का लाभ उठाया है और वैश्विक भागीदारों से मदद मांगी लेकिन अब यह काम नहीं कर रहा है। इसलिए अब रास्ता भारत के साथ शांति और व्यापार पर बात करने के लिए अधिक खुला हो सकता है।

हालांकि एएस दुलत ने स्पष्ट रूप से कहा कि पाकिस्तान के साथ जुड़ाव हमेशा घरेलू राजनीति से प्रभावित रहा है। उन्होंने कहा कि चीन के साथ अधिक खुली कूटनीति की जरूरत है। उन्होंने बताया कि पीएम मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बैठकों के बावजूद भारत भी अमेरिका के साथ बैठकें कर रहा है।

वहीं पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का भारत में स्वागत को लेकर उन्होंने कहा कि वह चीनियों को अच्छा नहीं लगाता था। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि भारत का नया सहयोगी अमेरिका दूर है लेकिन हमारे पड़ोसी निकट हैं।

बता दें कि इससे पहले भारत ने संकेत दिया था कि वह नकदी संकट से जूझ रहे पाकिस्तान को वित्तीय सहायता नहीं दे सकता है। विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान की मदद करने या न करने पर फैसला लेने से पहले भारत स्थानीय जनभावना को देखेगा।