PM Narendra Modi First Cabinet Meeting and Decisions: पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने दूसरे कार्यकाल के पहले दिन (31 मई, 2019) शहीदों के परिजन और किसान वर्ग के लिए अहम फैसले लिए। खुद प्रभार संभालने के बाद पीएम ने शहीदों के बच्चों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप की रकम में बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी, जबकि कुछ देर बाद सरकार ने कैबिनेट बैठक में पीएम-किसान योजना का दायरा बढ़ाने का निर्णय लिया। इस बारे में उनकी सरकार की प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुशखबरी दी गई।
दरअसल, मोदी सरकार-2 ने इस योजना का दायरा बढ़ा दिया है, जिससे अब लगभग साढ़े 14 करोड़ किसान इससे लाभान्वित होंगे। वहीं, प्रत्येक वर्ष हर किसान को छह हजार रुपए प्रति साल दिए जाएंगे। इससे पहले, शाम को मोदी सरकार-2 की पहली कैबिनेट हुई। उन्होंने इसकी अध्यक्षता से पहले अपना चार्ज संभाला था। सरकार ने इसी के साथ साफ किया कि 17 जून से 26 जुलाई के बीच संसद का बजट सत्र होगा, जबकि 19 जून को स्पीकर चुना जाएगा। वहीं, पांच जुलाई को केंद्रीय बजट पेश होगा।
भाजपा के साथ राजनीतिक लड़ाई तेज करने की कोशिश करते हुए शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भगवा पार्टी द्वारा कब्जा किए गए तृणमूल कांग्रेस कार्यालयों पर पार्टी के नेताओं को यथाशीघ्र अपना कब्जा कायम करने को कहा।
तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ने पार्टी की विस्तारित कोर कमेटी की एक बैठक की है। उन्होंने अपने भाई कार्तिक बनर्जी और राज्य के मंत्री ब्रात्य बसु को पार्टी के संगठन ‘जय हिंद वाहिनी’ का क्रमश: प्रमुख और चेयरमैन बनाया है। तृणमूल कांग्रेस सांसद काकोली घोष दस्तीदार को ‘बंग जननी वाहिनी’ का चेयरमैन निुयक्त किया गया है।
पश्चिम बंगाल से भाजपा की झोली में 18 सांसद आने के बावजूद केवल प्रदेश के केवल दो लोगों को नरेन्द्र मोदी नीत सरकार में मंत्री बनाये जाने से पार्टी कार्यकताओं में अप्रसन्नता को भांपते हुये भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने शुक्रवार को कहा कि भविष्य में और सांसदों को मंत्री पद दिया जा सकता है।
पश्चिम बंगाल में भाजपा की जीत के प्रमुख सूत्रधारों में से एक और पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय ने भी भरोसा जताते हुये कहा कि राज्य से और अधिक सांसदों को मंत्रीपद दिया जा सकता है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से कुछ समय के लिए प्रतीक्षा करने को कहा।
लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख राम विलास पासवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राजग सरकार के दूसरे कार्यकाल में शुक्रवार को फिर एक बार खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री का कार्यभार संभाल लिया। साथ ही कहा कि वह मंत्रालय की 100 दिन की कार्ययोजना के साथ उसे लागू करने के लिए तैयार हैं। पासवान के साथ ही मंत्रालय में उनके कनिष्क दानवे दादाराव रावसाहब ने भी राज्यमंत्री का कार्यभार संभाल लिया। रावसाहब, मध्य प्रदेश से भाजपा के सांसद हैं।
उनके मंत्रालय ने शुरुआती 100 दिनों में 16 लाख टन दाल और 50,000 टन प्याज के भंडारण के लिए काम करने का लक्ष्य रखा है। इसी के साथ ई-वाणिज्य दिशानिर्देशों को अंतिम रूप देने, उपभोक्ता अदालतों और बीआईएस प्रयोगशालाओं का उन्नयन करने इत्यादि को भी इस कार्ययोजना का हिस्सा बनाया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई सरकार ने शुक्रवार (31 मई, 2019) शाम पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में किसानों के लिए सराहनीय कदम उठाया। सरकार ने बताया कि उसने पीएम किसान योजना का दायरा बढ़ा दिया है, जिससे लगभग साढ़े 14 करोड़ किसान सीधे तौर पर लाभान्वित होंगे। कहा गया कि सभी किसानों को छह हजार...पढ़ें पूरी खबर।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कामकाज संभालने के बाद अपने पहले फैसले में सेना और अर्द्धसैनिक बलों के शहीद जवानों या पूर्व सैनिकों की विधवाओं और बच्चों को राष्ट्रीय रक्षा निधि से दिये जाने वाले वजीफे में वृद्धि को मंजूरी दी और इसका दायरा बढाकर इसमें आतंकी या माओवादी हमलों में शहीद हुए राज्य पुलिस के अधिकारियों की संतानों को भी शामिल किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने एक बयान में कहा कि छात्रवृत्ति की दर लड़कों के लिए 2000 रुपये से बढ़ाकर 2500 रुपये प्रति महीने और लड़कियों के लिए 2250 रुपये से 3000 रुपये प्रति महीने कर दी गयी है।
कहा गया कि वजीफा योजना का दायरा बढ़ाकर इसमें आतंकी या नक्सली हमलों में शहीद हुए राज्य पुलिस के अधिकारियों के बच्चों को भी शामिल किया गया है। राज्य पुलिस के अधिकारियों के लिए इस कोटे का लाभ हर साल करीब 500 लोग उठा सकेंगे।
नौकरशाह से राजनेता बने आर.के.सिंह ने बिजली और नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालयों का पदभार संभाला। वह बोले कि सभी को सातों दिन 24 घंटे भरोसेमंद और टिकाऊ बिजली देने पर जोर होगा। बीती एनडीए सरकार ने एक अप्रैल 2019 से सभी को सातों दिन 24 घंटे बिजली देने पर जोर दिया था। सरकार ने इस दिशा में काम भी किया तथा 16,320 करोड़ रुपये की लागत वाली सौभाग्य के तहत 2.6 करोड़ परिवारों को बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराया गया।
अनुभवी नौकरशाह एवं पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर ने शुक्रवार को देश के नए विदेश मंत्री का कार्यभार संभाल लिया। वह पहले ऐसे विदेश सचिव हैं जो विदेश मंत्री भी बने हैं। जयशंकर को चीन एवं अमेरिका मामलों का विशेषज्ञ माना जाता है। नये विदेश मंत्री के रूप में उन पर खास नजर होगी कि वह इन दोनों महत्वपूर्ण देशों के साथ ही पाकिस्तान से निपटने में भारत के रूख को किस प्रकार से आगे बढ़ाते हैं।
जयशंकर को विदेश सेवा से अवकाशग्रहण करने के 16 महीने बाद यह महत्वपूर्ण दायित्व दिया गया है। उनके समक्ष जी..20, शंघाई सहयोग संगठन और ब्रिक्स संगठन जैसे विभिन्न वैश्विक मंचों पर भारत के वैश्विक प्रभाव को बढ़ाने की उम्मीदों को अमल में लाने की जिम्मेदारी भी रहेगी। हालांकि, उनके नेतृत्व में अमेरिका, रूस, फ्रांस, जापान और यूरोपीय संघ तथा पड़ोसी देशों के साथ व्यापार एवं रक्षा संबंधों को और मजबूत बनाने पर मंत्रालय का मुख्य जोर रहेगा।
नरेंद्र मोदी के लगातार दूसरी बार पीएम बनने पर पड़ोसी देश नेपाल से न केवल उनके लिए बधाइयां आईं, बल्कि तोहफे भी आए। इन्हीं में से एक खास भेंट खुद नेपाली पीएम केपी शर्मा ओली लेकर दिल्ली आए हैं। शुक्रवार को उन्होंने मोदी को एक रुद्राक्ष की माला दी। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने इस बाबत तोहफे के फोटोज़ ट्वीट करते हुए लिखा, "नेपाल के मैत्रीपूर्ण लोगों की तरफ से शुभकामनाएं आई हैं। नेपाली पीएम केपी शर्मा ओली ने अपने भारतीय समकक्ष को रुद्राक्ष की यह माला भेंट की है।" (फोटोः टि्वटर)
केंद्रीय श्रम मंत्री संतोष गंगवार ने शुक्रवार को मंत्रालय का पदभार संभाल लिया। उन्होंने इस मौके पर यह स्पष्ट किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के दूसरे कार्यकाल में श्रम सुधारों तथा अनौपचारिक क्षेत्र के कामगारों के कल्याण पर ध्यान दिया जाएगा। यह पूछे जाने पर कि श्रम एवं रोजगार से संबंधित मुद्दों पर सरकार का एजेंडा क्या होगा, गंगवार ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मंत्रिमंडल की आज की बैठक का पहला एजेंडा श्रम से संबंधित है। मैं आपको इतना ही बता सकता हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अभी विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के तहत मंत्रालय के दायरे में औपचारिक क्षेत्र के करीब 6 करोड़ कामगार हैं। लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की पिछली सरकार ने अनौपचारिक क्षेत्र के करीब 50 करोड़ कामगारों के कल्याण की योजनाओं की शुरुआत की।’’
मोदी सरकार के सभी मंत्रियों को मंत्रालय मिलने के बाद शुक्रवार दोपहर कई मंत्रियों ने अपना प्रभार संभाल लिया। ऐसे मंत्रियों में धर्मेंद्र प्रधान भी रहे। उनके मंत्रालय में कोई फेरबदल नहीं किया गया है। एनडीए-2 में भी वह पेट्रोलियम और नेचुरल गैस के साथ स्टील मंत्रालय के मंत्री बनाए गए हैं।
भारतीय जनता पार्टी की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष रावसाहेब दानवे को केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किये जाने के बाद प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी को इस साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव में नेतृत्व के लिए नया चेहरा मिलने की संभावना है। बीजेपी सूत्रों ने बताया कि दानवे के उत्तराधिकारी के चयन के लिए प्रदेश इकाई की बैठक शीघ्र होने की संभावना है ।
सत्तारूढ़ दल के एक वरिष्ठ नेता ने बताया, ‘‘पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व और राज्य इकाई की कोर कमेटी के परामर्श के आधार पर इस संबंध में कोई निर्णय किया जाएगा। पहले पार्टी का नया राष्ट्रीय अध्यक्ष नियुक्त होने दीजिए।’’ भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में शामिल किया गया है। शाह, गुजरात की गांधीनगर लोकसभा सीट से सांसद हैं।
निर्मला सीतारमण ने संभाला वित्त मंत्रालय का कार्यभार
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में भी पीयूष गोयल को रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। पिछली सरकार में भी पीयूष गोयल ने रेल मंत्रालय की जिम्मेदारी उठायी थी। पिछली सरकार में खेल मंत्री रहे राज्यवर्धन सिंह राठौर को इस बार सरकार में जगह नहीं मिली है और उन्हें संगठन में जिम्मेदारी सौंपी गई है। अमेठी से जीत दर्ज करने वाली स्मृति ईरानी को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया है।
पूर्व नौकरशाह एस.जयशंकर को मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में अहम विदेश मंत्रालय की जिम्मेदारी सौंपी गई है। जयशंकर इससे पहले विदेश मंत्रालय में विदेश सचिव की जिम्मेदारी निभा चुके हैं और अमेरिका और चीन के साथ संबंधों में अहम भूमिका निभा रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी कैबिनेट ने गुरुवार को पद और गोपनीयता की शपथ ली। मोदी कैबिनेट में करीब सभी जातियों का प्रतिनिधित्व शामिल करने की कोशिश की गई। हालांकि अगड़ी जातियों को यहां ज्यादा तरजीह मिली है। बता दें कि कैबिनेट में शामिल किए गए 58 मंत्रियों में से 32 अगड़ी जाति से ताल्लुक रखते हैं। वहीं पिछड़े वर्ग से 13 नेताओं को प्रतिनिधित्व दिया गया है।
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में जलशक्ति नाम से एक नया मंत्रालय बनाया गया है। इस मंत्रालय की कमान गजेन्द्र सिंह शेखावत को सौंपी गई है।
पीएम मोदी पेंशन मंत्रालय, डिपार्टमेंट ऑफ एटॉमिक एनर्जी, डिपार्टमेंट ऑफ स्पेस और अन्य पॉलिसीज मेकिंग से जुड़े महत्वपूर्ण विभाग स्वयं संभालेंगे।
अमित शाह बने गृह मंत्री
मोदी कैबिनेट की पहली बैठक आज दिल्ली में होने जा रही है। इस बैठक में सरकार के कामकाज को लेकर चर्चा हो सकती है। बता दें कि गुरुवार को ही मोदी कैबिनेट ने पद और गोपनीयता की शपथ ली है। मोदी कैबिनेट में 58 नेताओं को शामिल किया गया है। कई पुराने चेहरे इस बार कैबिनेट से गायब हैं, जिनमें उमा भारती, मेनका गांधी, सुरेश प्रभु, जयंत सिन्हा आदि का नाम शामिल है। पीएम मोदी ने अपने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए बिम्सटेक के सदस्य देशों को न्योता भेजा था। आज पीएम मोदी ने बिम्सटेक नेताओं से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों पर बातचीत की।
ओडिशा के बालासोर से सांसद चुने गए प्रताप चंद्र सारंगी ने मंत्रीमंडल में शामिल किए जाने पर पीएम मोदी को धन्यवाद दिया। सारंगी ने कहा कि 'मैं भाग्यशाली हूं कि पीएम मोदी ने मुझमें विश्वास दिखाया। मैं राजनीति को लोगों की सेवा करने का माध्यम मानता हूं। हमारी पार्टी के लिए देश पहली प्राथमिकता है। मैं मोदी जी और अन्य लोगों का विश्वास जीतने का पूरा प्रयास करूंगा।'
भाजपा ने कैबिनेट के गठन में आगामी विधानसभा चुनावों का पूरा ख्याल रखा है। यही वजह है कि जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं, वहां से कई नेताओं को मंत्री पद से नवाजा गया है।
पूर्व विदेश सचिव रहे एस. जयशंकर ने भी गुरुवार को मोदी कैबिनेट में बतौर मंत्री शपथ ली। बता दें कि एस. जयशंकर विदेश मामलों के बड़े जानकार माने जाते हैं और पीएम मोदी के खास अधिकारियों में शुमार किए जाते हैं। जयशंकर फिलहाल सेवा से रिटायर हो चुके हैं। हालांकि दो बार उन्हें सेवा विस्तार भी दिया गया। अब मोदी सरकार ने उन्हें मंत्री पद दिया है, इसका मतलब है कि सरकार अब एस. जयशंकर के अनुभव का बखूबी फायदा ले सकेगी।
गुरुवार को मंत्रीमंडल में शामिल किए गए कई नेताओं ने शुक्रवार को दिल्ली स्थित भगवान जगन्नाथ मंदिर में दर्शन किए। इन नेताओं में ओडिशा के धर्मेंद्र प्रधान और उनकी पत्नी, प्रताप चंद्र सारंगी, और भुवनेश्वर से भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी शामिल रहीं।
नव-नियुक्त मोदी कैबिनेट की पहली मीटिंग आज दिल्ली में होने जा रही है। बता दें कि गुरुवार को मोदी कैबिनेट में 58 नेताओं ने मंत्रीपद की शपथ ली है।