इजरायल और हमास के बीच युद्ध थम गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इजरायल में हैं। हमास ने इजरायल के 20 बंधकों को रिहा कर दिया है। इसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी ख़ुशी जताई है। पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रंप की जमकर तारीफ भी की है। पीएम मोदी ने कहा कि हम क्षेत्र में शांति लाने के राष्ट्रपति ट्रंप के ईमानदार प्रयासों का समर्थन करते हैं।
पीएम मोदी ने ट्रंप की तारीफ की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X पर एक पोस्ट किया, “हम दो साल से ज़्यादा समय तक बंधक बनाए रखने के बाद सभी बंधकों की रिहाई का स्वागत करते हैं। उनकी आज़ादी उनके परिवारों के साहस, राष्ट्रपति ट्रंप के अटूट शांति प्रयासों और प्रधानमंत्री नेतन्याहू के दृढ़ संकल्प को श्रद्धांजलि है। हम क्षेत्र में शांति लाने के राष्ट्रपति ट्रंप के ईमानदार प्रयासों का समर्थन करते हैं।”
पीएम मोदी को मिला था पीस समिट में शामिल होने का न्योता
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इजिप्ट के राष्ट्रपति ने शांति सम्मेलन (पीस समिट) में शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा था। पीएम मोदी तो व्यस्त कार्यक्रम के चलते इसमें शामिल नहीं हो रहे लेकिन भारत की ओर से विदेश राज्य मंत्री कीर्तिवर्धन सिंह को सरकार की ओर से भेजा गया है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका और इजिप्ट की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को यह निमंत्रण अंतिम समय में मिला। इस सम्मेलन का आयोजन 13 अक्टूबर को हुआ।
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इजिप्ट में हो रहा यह सम्मेलन गाजा में जारी हमास और इजरायल के बीच चल रही जंग को खत्म करने के उद्देश्य से आयोजित किया जा रहा है। इजिप्ट के राष्ट्रपति के प्रवक्ता ने बताया कि यह पीस समिट सोमवार दोपहर शर्म अल-शेख में आयोजित हुआ। इसमें 20 से ज़्यादा देश शामिल हुए। इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य गाजा पट्टी में युद्ध को समाप्त करना और मध्य पूर्व (मिडिल ईस्ट) में स्थिरता व शांति स्थापित करना है।
फलस्तीनी कैदियों को इजरायल ने किया रिहा
वहीं इजरायल की ओर से रिहा किए गए 154 फलस्तीनी कैदियों को मिस्र भेजा गया है। मिस्र के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। हमास की तरफ से बंधकों की रिहाई के बदले इजराइल की ओर से रिहा किए जा रहे 1900 से अधिक फलस्तीनियों में ये कैदी भी शामिल हैं। एक अधिकारी ने बताया कि रिहा किये गये कैदियों को समझौते के तहत तीसरे देशों में भेजा जाना है। इस बीच अन्य फलस्तीनी कैदी अपनी रिहाई के बाद गाजा पहुंच गए हैं।