प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज एक बार फिर अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के दौरे पर हैं। लेकिन यह दौरा आम नहीं है—यह है उनकी 50वीं आधिकारिक यात्रा, एक ऐसी ऐतिहासिक उपलब्धि जो देश के किसी भी सांसद या प्रधानमंत्री के लिए मिसाल बन चुकी है। मोदी के इस दौरे में जहां काशीवासियों के लिए भावनात्मक जुड़ाव है, वहीं पूर्वांचल के विकास के लिए ठोस सौगात भी है।
मेहंदीगंज में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगी प्रधानमंत्री
सुबह 9:45 बजे प्रधानमंत्री का विमान लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उतरेगा। इसके बाद वह हेलीकॉप्टर से सीधे सेवापुरी क्षेत्र के मेहंदीगंज पहुंचेंगे और वहां आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे।बीजेपी के अनुसार इस जनसभा में 50 हजार से अधिक लोग भाग लेंगे। यहां पीएम मोदी न सिर्फ जनता से संवाद करेंगे बल्कि कुल 3884.18 करोड़ रुपये की 44 बड़ी परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करेंगे। इसमें 1629.13 करोड़ की 19 परियोजनाएं लोकार्पित होंगी और 2255.05 करोड़ की 25 परियोजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा।
यह एक तरह से पूर्वांचल के लिए विकास का महासंगम होगा, जिसमें बुनियादी ढांचे से लेकर पर्यटन, तकनीकी शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, ऊर्जा और परिवहन जैसी हर दिशा में योजनाएं शामिल हैं।
परियोजनाएं जो बदल देंगी काशी का चेहरा
130 ग्रामीण पेयजल योजनाएं (345 करोड़)
400 केवी सब स्टेशन और ट्रांसमिशन लाइनें (1045 करोड़ से अधिक)
वाराणसी में 06 वार्डों का सौंदर्यीकरण और सामने घाट-शास्त्री घाट का पुनर्विकास (48 करोड़)
ट्रांजिट हॉस्टल, पुलिस बैरक, और 100 आंगनबाड़ी केंद्र (45 करोड़ से अधिक)
356 पुस्तकालय, स्कल्पचर प्रोजेक्ट, पॉलिटेक्निक और कॉलेज निर्माण (30 करोड़ से अधिक)
शिलान्यास की परियोजनाएं और भी भव्य हैं:
652 करोड़ की एयरपोर्ट टनल योजना (NHAI)
एमएसएमई यूनिटी मॉल (154 करोड़)
रिंग रोड से सारनाथ कनेक्टिंग ब्रिज (161 करोड़)
मिनी स्टेडियम, स्मार्ट क्लास प्रोजेक्ट, फ्लाईओवर, थाना भवन, सामुदायिक भवन, सौर ऊर्जा संयंत्र आदि
काशी: GI टैग, आयुष्मान और डेयरी बोनस में भी अव्वल
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा सिर्फ लोकार्पण और भाषणों तक सीमित नहीं है। वह मंच पर ही वाराणसी की तीन संस्थाओं को GI टैग सर्टिफिकेट सौंपेंगे। गौरतलब है कि पूरे भारत में GI टैग में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है और वाराणसी अकेले इस सूची में टॉप पर है।
इसके साथ ही वाराणसी के तीन बुजुर्गों को प्रतीकात्मक रूप से आयुष्मान भारत योजना के कार्ड सौंपे जाएंगे—ये बुजुर्ग 70 साल से ऊपर हैं और इस योजना के तहत इलाज का लाभ ले रहे हैं।
इतना ही नहीं, प्रदेश की सभी डेयरियों को दूध सप्लाई करने वालों को 101 करोड़ रुपये का बोनस भी पीएम मोदी अपने हाथों से प्रदान करेंगे, जो उनके किसान-हितैषी दृष्टिकोण को दर्शाता है। करीब तीन घंटे काशी में बिताने के बाद पीएम मोदी हेलीकॉप्टर से एयरपोर्ट लौटेंगे और दिल्ली रवाना हो जाएंगे, लेकिन वाराणसी में उनकी 50वीं यात्रा की गूंज लंबे समय तक रहेगी। यह यात्रा सिर्फ एक राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है—यह है नए भारत के विज़न और प्रधानमंत्री की वाराणसी के प्रति आत्मीयता का प्रतीक। काशी आज फिर गदगद है, क्योंकि उसका सेवक, उसका सांसद, उसका प्रधानमंत्री विकास की एक और बौछार लेकर आया है।