Kalki Dham: भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर 370 सीटे लाने का टारगेट सेट कर लिया है। साल 2019 में बीजेपी ने जिन सीटों को हासिल किया था। वहां पर दोबारा कमल खिलाने की तैयारी में है। वहीं, हारी हुई लोकसभा सीटों पर भी भगवा लहराने की प्लानिंग कर रही है। बीजेपी का फोकस इस बार हारी हुई सीटों पर काफी है। पीएम मोदी का संभल जिले का दौरा इन्हीं सीटों को जीत में बदलने की कवायद है। पीएम मोदी 15 साल बाद संभल जिले का दौरा कर रहे हैं, यहां पर वे दुनिया के अनोखे मंदिर क्लकि धाम मंदिर का शिलान्यास करेंगे। पीएम का दौरा बीजेपी के लिए गेम चेंजर साबित हो सकता है।

बीजेपी की नजरें इन 6 सीटों पर टिकीं

भारतीय जनता पार्टी किसी भी कीमत पर हारी हुई 6 सीटों पर बढ़त बनाना चाहती है। इन हारी हुई 6 सीटों में मुरादाबाद, रामपुर, अमरोहा, संभल, बिजनौर और नगीना शामिल हैं। ताकि लोकसभा चुनाव में यूपी से सीटों की संख्या में बढ़ोतरी की जा सके। संभल की लोकसभा सीट राजनीतिक लिहाज से जरूरी रही है। लोकसभा चुनाव 2024 के लिए सभी पार्टियों ने अपने-अपने समीकरण बिठाने शुरू कर दिए हैं।

समाजवादी पार्टी और बहुजन समाजवादी पार्टी ने इस सीट संभल की सीट पर सबसे ज्यादा राज किया है। यहां से 11 बार यादव उम्मीदवारों ने जीत हासिल की है। मुस्लिम बहुल सीट पर बीजेपी केवल एक ही बार जीतने में कामयाब रही है। संभल सीट पर यादव उम्मीदवार का सबसे ज्यादा कब्जा रहा है। कभी संभल मुरादाबाद का हिस्सा हुआ करता था। अब संभल में 5 विधानसभा सीटे हैं- चंदौसी, बिलारी, कुंदरकी, असमौली और संभल। संभल को सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव की कर्मभूमि कहा जाता है। संभल लोकसभा सीट 1977 में अस्तित्व में आई थी। 2014 तक इस सीट पर 11 बार लोकसभा चुनाव हुए हैं।

यहां से दो बार मुलायम सिंह यादव, एक बार राम गोपाल यादव, दो बार श्रीपाल सिंह यादव और एक बार धर्मपाल यादव सांसद बन चुके हैं। फिलहाल 94 साल के शफीकुर्रहमान बर्क यहां से मौजूदा सांसद हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार परमेश्वर लाल सैनी को 1 लाख 74 हजार 826 वोटों से करारी शिकस्त दी थी।

यहां करीब 40 फीसदी हिंदू और 50 फीसदी से ज्यादा मुस्लिम आबादी है। मुस्लिम वोटरों की बात करें तो करीब साढ़े 8 लाख मुस्लिम वोटर हैं। वहीं, एससी कैटेगरी के करीब 2.75 लाख, यादव डेढ़ लाख और 5.25 लाख में पिछड़ा और सामान्य वोटर हैं। अयोध्या के बाद पीएम मोदी संभल का दौरा करने पहुंच रहे हैं। यहां पर वे भगवान विष्णु के दसवें अवतार भगवान कल्कि के भव्य मंदिर का शिलान्यास करेंगे।

भगवान कल्कि धाम का मंदिर होगा भव्य

कल्कि को भगवान विष्णु का 10वां और अंतिम अवतार माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि कलयुग के अंत में विष्णु जी के अवतार भगवान कल्कि प्रकट होंगे। कल्कि धाम को दुनिया का अनोखा मंदिर कहा जा रहा है क्योंकि यह धाम पहला ऐसा धाम है जहां भगवान के अवतार लेने से पहले ही उनके मंदिर को बनाया जा रहा है। इस मंदिर में एक नहीं बल्कि 10 गर्भगृह बनाए जाएंगे, जिसमें भगवान विष्णु के 10 अवतारों को अलग-अलग स्थापित किया जाएगा।

संभल में इस कल्कि धाम को उसी गुलाबी पत्थर से बनाया जा रहा है, जिसका उपयोग अयोध्या के राम मंदिर को बनाने के लिए किया गया था। इस मंदिर के शिखर की ऊंचाई 108 फीट होगी और 11 फीट के ऊपर मंदिर का चबूतरा बनेगा। मंदिर में किसी भी तरह के लोहे और स्टील का उपयोग नहीं किया जाएगा। कल्कि मंदिर का निर्माण लगभग 5 एकड़ में किया जाएगा और इसके निर्माण में 5 साल तक का समय लग सकता है।