प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से घुसपैठियों पपर निशाना साधा है। पीएम मोदी ने कहा कि सोची समझी साजिश के तहत डेमोग्राफी को बदला जा रहा है, ये घुसपैठिए मेरे नौजवानों की रोटी छीन रहे हैं। मेरी बहन-बेटियों को निशाना बना रहे हैं, ये बर्दाश्त नहीं होगा।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि आदिवासी की जमीन पर कब्जा कर रहे हैं, हम यह सहन नहीं करेंगे… इसलिए जब डेमोग्राफी बदलती है, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए संकट बन जाता है। सामाजिक तनाव के बीज बोए जाते हैं। हम अपने देश को किसी दूसरे के हवाले नहीं कर सकते हैं… हमे स्वतंत्र भारत दिया गया है, ऐसे में इन हरकतों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। मैं कहना चाहता हूं कि हमने एक हाई पावर डेमोग्राफी मिशन शुरू करने का निर्णय किया है। इस मिशन के द्वारा भारत पर मंडरा रहे संकट को तय समय में खत्म किया जाएगा, इस दिशा में कदम बढ़ाएंगे।

वैसे पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान ऑपरेशन सिंदूर का भी जिक्र किया था। उन्होंने कहा थाकि न्यूक्लियर की धमकियों को सहने नहीं वाले हैं, हम किसी भी तरह के ब्लैकमेल को नहीं सहेंगे। आगे भी अगर दुश्मनों ने कोशिश जारी रखी, हमारी सेना तय करेगी, सेना की शर्तों पर, जो समय वे निर्धारित करें, जो तौर-तरीके वो तय करें, जो लक्ष्य वो तय करें, अब हम उसी पर अमल करने वाले हैं। हम मुंहतोड़ जवाब देंगे।

इसके अलावा पीएम मोदी ने जीएसटी को लेकर भी एक अहम ऐलान किया, उन्होंने दिवाली को लेकर घोषणा की। पीएम मोदी ने कहा कि  इस दीवाली पर आपको बड़ा तोहफा मिलने वाला है, पूरे देश में हमने टैक्स के बर्डन को कम किया है। अब इसे रिव्यू करने की जरूरत है। राज्यों से भी विचार किया है। मेरे प्यार देशवासियों हम नेक्स्ट जनरेशन जीएसटी रीफॉर्म लेकर आ रहे हैं, ये दीवाली पर आपके लिए तोहफा बन जाएंगे। सामान्य मानवी की जरूरतों वाली चीजों पर टैक्स कम होगा… छोटे उद्योगों को लाभ होगा….. इकोनॉमी को बल मिलने वाला है।

पीएम मोदी ने आगे कहा कि Next Generation Reforms के लिए हमने एक टास्क फोर्स गठित करने का निर्णय लिया है। ये टास्क फोर्स समय सीमा में इस काम को पूरा करे। वर्तमान नियम, कानून, नीतियां, रीतियां, 21वीं सदी के अनुकूल, वैश्विक वातावरण के अनुकूल और भारत को 2047 में विकसित राष्ट्र बनाने के संदर्भ में इस टास्क फोर्स की रचना की गई है।