प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने मन की बात के 102वें एपिसोड को संबोधित किया। मन की बात हर महीने के आखिरी रविवार को होता है लेकिन इस बार एक हफ्ते पहले ही हो रहा है। ऐसा इसलिए क्योंकि आने वाले 25 जून को महीने का आखिरी रविवार पड़ रहा है लेकिन उस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर रहेंगे। मन की बात में पीएम मोदी ने सबसे पहले गुजरात में आए तूफान बिपरजॉय का जिक्र किया।

पीएम मोदी ने योग दिवस का किया जिक्र

मन की बात कार्यक्रम में पीएम मोदी ने योग दिवस का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने योग दिवस पर लोगों से जुड़ने का आग्रह किया और कहा कि योग को अपने जीवन में जरूर अपनाएं और इसे अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। उन्होंने कहा कि अगर अभी तक आप योग से नहीं जुड़े हैं, तो आने वाले 30 जून को इससे जोड़ने का बेहतरीन मौका है।

पीएम मोदी ने भारत के आपदा प्रबंधन की तारीफ करते हुए कहा कि बीते वर्षों में भारत ने आपदा प्रबंधन की जो ताकत विकसित की है, वो आज एक उदाहरण बन रही है। प्राकृतिक आपदाओं से मुकाबला करने का एक बड़ा तरीका है- प्रकृति का संरक्षण। उन्होंने कहा कि आजकल मानसून के समय में तो इस दिशा में हमारी ज़िम्मेदारी और भी बढ़ जाती है। इसलिए ही आज देश ‘Catch the Rain’ जैसे अभियानों के जरिए सामूहिक प्रयास कर रहा है। बड़े से बड़ा लक्ष्य हो, कठिन चुनौती हो, भारत के लोगों का सामूहिक बल और शक्ति हर चुनौती का हल निकाल देता है। बिपरजॉय ने कच्छ में काफी कुछ तहस-नहस कर दिया, लेकिन लोगों ने जिस हिम्मत और तैयारी के साथ इसका मुकाबला किया, वह अभूतपूर्व है।”

पीएम मोदी मन की बात में भारत से टीवी के खात्मे को लेकर भी बड़ी बात कही। पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने संकल्प किया है 2025 तक टी.बी. मुक्त भारत बनाने का, लक्ष्य बहुत बड़ा ज़रूर है। एक समय था जब टी.बी. का पता चलने के बाद परिवार के लोग ही दूर हो जाते थे, लेकिन ये आज का समय है, जब टी.बी. के मरीज को परिवार का सदस्य बनाकर उनकी मदद की जा रही है।

पीएम ने छत्रपति शिवाजी महाराज को किया याद

मन की बात कार्यक्रम में छत्रपति शिवाजी महाराज को याद करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की वीरता के साथ ही उनकी गवर्नेंस और उनके प्रबंध कौशल से भी बहुत कुछ सीखने को मिलता है। विशेषकर जल-प्रबंधन और नौसेना को लेकर छत्रपति शिवाजी महाराज ने जो कार्य किए, वो आज भी भारतीय इतिहास का गौरव बढ़ाते हैं।उनके बनाए जलदुर्ग, इतनी शताब्दियों बाद भी समंदर के बीच में आज भी शान से खड़े हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हम सब का कर्तव्य है कि हम शिवाजी महाराज के प्रबंध कौशल को जाने और उनसे सीखे। उससे हमारे भविष्य के लिए कर्तव्यों की प्रेरणा भी मिलेगी। जब नियत साफ हो और प्रयासों में ईमानदारी हो, तो फिर कोई भी लक्ष्य मुश्किल नहीं होता।

महिला जूनियर एशिया कप और पुरुष जूनियर एशिया कप में भारत को मिली शानदार जीत का जिक्र भी पीएम मोदी ने किया। पीएम मोदी ने कहा कि इसी महीने खेल जगत से भारत के लिए कई बड़ी खुशखबरी आई हैं। भारत की टीम ने पहली बार वूमेंस जूनियर एशिया कप जीतकर तिरंगे की शान बढ़ाई है। इसी महीने हमारी मेंस हॉकी टीम ने भी जूनियन एशिया कप जीता है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही हम इस टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे अधिक जीत दर्ज करने वाली टीम भी बन गए हैं।